दोहा वार्ता में कोई समझौता नहीं करेगा भारत
पिट्सबर्ग में आयोजित होने वाले जी-20 ग्रुप की बैठक के पूर्व दोहा दौर की वार्ता को एक निश्चित समय सीमा के भीतर ठोस नतीजे तक पहुंचाने के लिए विश्व व्यापार संगठन के 36 सदस्य देशों के व्यापार मंत्रियों...
पिट्सबर्ग में आयोजित होने वाले जी-20 ग्रुप की बैठक के पूर्व दोहा दौर की वार्ता को एक निश्चित समय सीमा के भीतर ठोस नतीजे तक पहुंचाने के लिए विश्व व्यापार संगठन के 36 सदस्य देशों के व्यापार मंत्रियों की तीन सितम्बर से नई दिल्ली में होने जा रही बैठक में किसानों की आजीविका और खाद्य सुरक्षा के मसले पर भारत अपने पूर्व रुख पर कायम रहेगा।
अपने आठवें दौर में पहुंच चुकी इस वार्ता में अमीर और गरीब देशों के बीच कृषि सब्सिडी, मुक्त बाजार और कुछ चुनिंदा उद्योगों को संरक्षण दिए जाने के मसले को लेकर अवरोध जारी है। पर अब इसपर जल्द से जल्द सुलह की तैयारी है। राजनीतिक हालात का दबाव भी इसकी एक वजह बन रहा है। अमरीका में 2010 में मध्यावधि चुनाव, ब्राजील में राष्ट्रपति चुनाव और यूरोपीय संघ की लिस्बन संधि के लागू होने की संभावनाओं को देखते हुए वार्ता को ठोस नतीजे तक पहुंचाने की गतिविधियां तेज हो गई हैं।
गरीब किसानों को संरक्षण दिए जाने के मसले पर भारत और अमरीका के बीच उभरे तीखे मतभेदों के कारण जुलाई में आयोजित व्यापार मंत्रियों की नौ दिवसीय बैठक बेनतीजा रही थी। केन्द्रीय वाणिज्य एंव उद्योग मंत्री आनंद शर्मा ने कहा है कि इन मतभेंदों को बातचीत के जरिए दूर करने की कोशिश की जाएगी, लेकिन मंत्रालय के एक शीर्ष अधिकारी राहुल खुल्लर के मुताबिक भारत गरीब किसानों की आजीविका और खाद्य सुरक्षा के मसले पर किसी तरह का समझौता नहीं करेगा।