सहवाग ने दी दिल्ली टीम छोड़ने की धमकी
भारत के सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने चयन मामलों में डीडीसीए की खेल समिति के सदस्यों के हस्तक्षेप का आरोप लगाते हुए दिल्ली की रणजी टीम छोड़ने की धमकी दी है। कंधे की चोट के रिहैबिलिटेशन के लिए...
भारत के सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने चयन मामलों में डीडीसीए की खेल समिति के सदस्यों के हस्तक्षेप का आरोप लगाते हुए दिल्ली की रणजी टीम छोड़ने की धमकी दी है।
कंधे की चोट के रिहैबिलिटेशन के लिए बेंगलूर में मौजूद सहवाग को दिल्ली एव जिला क्रिकेट संघ के अध्यक्ष अरुण जेटली के साथ मुलाकात नहीं करने तक अपने फैसले पर अमल नहीं करने को कहा गया है। यह बैठक 27 या 28 अगस्त को हो सकती है।
दाएं हाथ के इस आक्रामक बल्लेबाज ने टीम छोड़कर हरियाणा जाने की धमकी देते हुए कहा था कि वह चयन मामलोंमें हस्तक्षेप से हताश हो चुके हैं। डीडीसीए के खेल सचिव सुनील देव ने कहा कि उन्हें सहवाग से कोई सूचना नहीं मिली है और न ही उन्होंने किसी और राज्य से खेलने के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र मांगा है।
डीडीसीए के एक शीर्ष सूत्र ने कहा कि सहवाग का टीम छोड़ने की धमकी देना दबाव की रणनीति है जिससे कि वह अपने कुछ खिलाड़ियों को रणजी टीम में शामिल कर सकें। सूत्र ने कहा कि वह मयंक तेहलान और प्रदीप सांगवान को टीम में लाना चाहते थे लेकिन दिल्ली की टीम संतुलित है इसलिए यह संभव नहीं। यही कारण है कि वह ऐसी धमकी दे रहे हैं।
सहवाग ने दावा किया कि कुछ चयनकर्ता गुट बनाकर अपने पसंदीदा खिलाड़ी को टीम में शामिल कराना चाहते हैं जिससेकप्तान और चयन समिति का अध्यक्ष शक्तिहीन हो जाता है। उन्होंने दिल्ली की अंडर 16 और अंडर 19 टीम के चयन में भी गुटबाजी का आरोप लगाया।
वर्ष 2007-08 सत्र में रणजी खिताब जीतने वाली दिल्ली की टीम पिछले सत्र में नाकआउट में पहुंचने में भी विफलरही थी। सहवाग राष्ट्रीय टीम के साथ प्रतिबद्धताओं के कारण पिछले सत्र में एक भी मैच नहीं खेल पाए थे।