वसुंधरा के इस्तीफे पर पार्टी कायम, दिल्ली तलब
राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया को भारतीय जनता पार्टी ने साफ कर दिया है कि उनको विपक्ष की नेता पद से इस्तीफा देना ही होगा। वसुंधरा को पार्टी हाई कमान ने दिल्ली आने के लिए कहा...
राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया को भारतीय जनता पार्टी ने साफ कर दिया है कि उनको विपक्ष की नेता पद से इस्तीफा देना ही होगा। वसुंधरा को पार्टी हाई कमान ने दिल्ली आने के लिए कहा है।
इससे पहले वसुंधरा राजे का समर्थन कर रहे राजस्थान के 45 भाजपा विधायकों के समूह ने शुक्रवार को राजनाथ सिंह से मुलाकात की ताकि विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के पद से पूर्व मुख्यमंत्री को हटाने के आला कमान के फैसले के खिलाफ पार्टी अध्यक्ष पर दबाव बनाया जा सके।
राजस्थान के ये विधायक सिंह के निवास पर पहुंचे और वरिष्ठ नेता से मुलाकात करना चाही। उनके साथ राजस्थान पार्टी इकाई के कुछ पदाधिकारी भी थे। समझा जाता है कि इन विधायकों ने यह संदेश दिया कि विधानसभा के 78 सदस्य वसुंधरा के साथ हैं।
पार्टी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी ने इन विधायकों से मिलने से इनकार कर दिया और कहा कि मिलने आने से पहले समय लेना आवश्यक है।
भाजपा और आरएसएस के केंद्रीय नेतृत्व ने कुछ दिन पहले राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री से नेता प्रतिपक्ष पद से हटने को कहा था। यह फैसला इसलिए किया गया, क्योंकि वह विधानसभा तथा लोकसभा चुनाव में पार्टी सदस्यों को साथ लेकर चलते हुए अपेक्षित प्रदर्शन करने में नाकाम रही थीं।
भाजपा को 2004 के आम चुनाव में राजस्थान में मिलीं 23 सीटों की तुलना में इस बार महज चार लोकसभा सीटें मिली हैं। बहरहाल, पद से हटने को कहने के पार्टी के फैसले पर वसुंधरा ने अभी कोई बयान नहीं दिया है, लेकिन भरतपुर के विधायक विजय बंसल की अगुवाई में उनके समर्थक खुलकर आगे आए हैं।