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दीवारें खड़ी न करें नेता, पुल बनाएं: गिलानी

पाकिस्तान ने शुक्रवार को कहा कि भारतीय और पाकिस्तानी रहनुमाओं को दीवार नहीं पुल तैयार करना चाहिए क्योंकि दोनों पड़ोसियों को आगे ले जाने का एकमात्र रास्ता वार्ता ही है। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री युसूफ...

दीवारें खड़ी न करें नेता, पुल बनाएं: गिलानी
एजेंसीFri, 31 Jul 2009 03:52 PM
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पाकिस्तान ने शुक्रवार को कहा कि भारतीय और पाकिस्तानी रहनुमाओं को दीवार नहीं पुल तैयार करना चाहिए क्योंकि दोनों पड़ोसियों को आगे ले जाने का एकमात्र रास्ता वार्ता ही है।

पाकिस्तानी प्रधानमंत्री युसूफ रजा गिलानी ने नए शेयर बाजार के उद्घाटन के असवर पर आयोजित एक कार्यक्रम से इतर पत्रकारों से बातें करते हुए कहा कि दोनों देशों के बीच वार्ता जरूरी है और राजनीतिज्ञों को दीवार नहीं, पुल तैयार करना चाहिए।

गिलानी ने अपने भारतीय समकक्ष मनमोहन सिंह के संसद के इस बयान की तारीफ की कि अपने रिश्तों को सुधारने के लिए दोनों देशों के पास वार्ता ही एकमात्र विकल्प है। गिलानी ने कहा, मनमोहन सिंह साहिब ने पार्लियामेंट में बहुत बहादुरी से अपने ख्यालात पेश किए और मैं उनकी तारीफ करता हूं। यह उनकी कयादत और सूझबूझ का सबूत है कि वह यह समझते हैं कि बातचीत ही आगे बढ़ने का अकेला रास्ता है। कोई दूसरा विकल्प नहीं हो सकता।

गिलानी से जब पूछा गया कि 16 जुलाई को मिस्र में मनमोहन सिंह के साथ अपनी बैठक में क्या उन्होंने बलूचिस्तान में भारत के कथित हस्तक्षेप पर पाकिस्तान की चिंताओं को अभिव्यक्त किया था तो उन्होंने कि उन्होंने भारतीय प्रधानमंत्री से अपनी चिंताओं का जिक्र किया था।

गिलानी के अनुसार मनमोहन ने कहा कि दोनों देशों के बीच के तमाम मुद्दों को वार्ता के माध्यम से हल किया जाएगा। क्या पाकिस्तान ने भारत को इसका सबूत पेश किया कि वह दक्षिण-पश्चिमी प्रांत में कथित रूप से असंतोष भड़का रहा है। इस पर गिलानी ने कहा, जहां तक बलूचिस्तान का ताल्लुक है, जब हम समग्र वार्ता शुरू करेंगे तो यह चर्चा में आएगा और हम उन्हें सूचना देंगे। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने इस संबंध में कोई ब्योरा नहीं दिया।

गिलानी ने कहा कि उन्होंने मनमोहन को आश्वस्त किया है कि पाकिस्तान ने मुंबई हमलों पर भारतीय दस्तावेज में दी गई सूचनाओं पर कार्रवाई करने की शुरुआत कर दी है। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा, हमने उनसे अतिरिक्त सूचना मांगी है और उन्होंने उसे देने पर सहमति जताई है। जब वह हमें अतिरिक्त सूचना मुहैया कराएंगे तो मैं मीडिया के मार्फत आश्वस्त करता हूं कि हम इससे इंसाफ करेंगे।

गिलानी से जब पूछा गया कि समग्र वार्ता पर पाकिस्तान का क्या रुख है जिसे पिछले मुंबई पर आतंकवादी हमले के बाद भारत ने निलंबित कर दिया है तो पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा कि उनका देश मानता है कि अगर शांति प्रक्रिया बहाल नहीं की गई तो इससे उग्रवादी मजबूत होंगे। उन्होंने कहा, हम उग्रवादियों को प्रोत्साहित नहीं करना चाहते हैं।

पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा कि दोनों देशों के विदेश सचिवों और विदेश मंत्रियों की आगामी बैठकों से आगे का रास्ता बनेगा। गिलानी ने बताया कि दोनों देशों के विदेश मंत्रियों की मुलाकात सितंबर में संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक के इतर होगी।

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