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शर्लिन चोपड़ा का सच

रियलिटी शो ‘सच का सामना’ ने एक सनसनी-सी फैला रखी है। हर कोई इसी शो के बारे में बात कर रहा है। कोई इसकी आलोचना कर रहा है तो कोई इसे एक बेहतरीन शो बता रहा है, लेकिन यह तय है कि आज हर...

शर्लिन चोपड़ा का सच
एजेंसीWed, 29 Jul 2009 05:00 PM
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रियलिटी शो ‘सच का सामना’ ने एक सनसनी-सी फैला रखी है। हर कोई इसी शो के बारे में बात कर रहा है। कोई इसकी आलोचना कर रहा है तो कोई इसे एक बेहतरीन शो बता रहा है, लेकिन यह तय है कि आज हर व्यक्ति इस शो के बारे में बात करने को उत्सुक है। बेशक इस शो के विषय में लोगों की दृष्टि अलग-अलग है। उनकी संख्या ज्यादा है, जो इसे भारतीय समाज के लिए अस्वीकार्य व अनैतिक शो के रूप में देख रहे हैं, लेकिन कुछ इसे सचमुच सच का सामना मान रहे हैं।

शíलन चोपड़ा ने हाल ही में अपने ब्लॉग में इस शो के बारे में लिखा है ‘सच का सामना’ टीवी के रियलिटी शो का सिर्फ एक बहुत अच्छा कॉन्सेप्ट ही नहीं है, बल्कि वास्तविकता में एक ऐसा सिद्धांत है, जिसका अनुसरण सबको करना चाहिए। सच परेशान करता है, दिल को चोट पहुंचाता है, पर सच अपराध बोध, शर्म और ¨नदा से मुक्त भी करता है। सच मुझे मुग्ध कर देता है।

‘मैं सच को अपनाना चाहती हूं, मुझे सच से प्यार है। मैं नियमित रूप से सच में जीना चाहती हूं, यह मुझे कई तरह की उलझनों व परेशानियों से बचाता है और भविष्य का रास्ता स्पष्ट करता है। मेरा दिल से मानना है कि जो बात आप आपने दिल के अंदर बहुत गहराई में छुपाए हुए हैं, उसे बाहर लाएं। जब वे चीजें बाहर आएंगी तो हमारे ऊपर जो विपरीत प्रभाव हैं, वे खत्म होंगे।

‘कुछ छद्म बुद्धिजीवी ऐसा विश्वास करते हैं कि सच का सामना जैसे रियलिटी शोज भारतीय समाज के लिए ठीक नहीं है। मैं इस शो की प्रोडक्शन टीम को शाबाशी देती हूं कि वह भारत में इस तरह का शो दिखा रही है।‘कुछ लोग सच बोलने के लिए शो की आलोचना कर रहे हैं, क्योंकि उन्हें डर है कि सच मनुष्य के आपसी सम्बंधों को आघात पहुंचा सकता है। समाज में शांति और आपसी सौहार्द में दरार डाल सकता है। कुछ लोगों को पॉलीग्रॉफ टेस्ट पर ही शक है। लोगों की तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं हैं। जहां तक मेरा सवाल है, मैं चाहती हूं कि सच बोला जाए और उसके परिणाम का सामना किया जाए। झूठ के जाल में जिंदगी जीने से सच का सामना बेहतर है।’

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