मीडिया ने फिर साधा पॉन्टिंग पर निशाना
ऑस्ट्रेलियाई टीम के कप्तान रिकी पॉन्टिंग दूसरे एशेज टेस्ट में खराब खेल भावना के बाद एक बार फिर मीडिया के निशानेपर हैं। ऑस्ट्रेलियाई टीम के लार्ड्स पर 75 बरस में पहली टेस्ट हार की कगार पर खड़ी है।...
ऑस्ट्रेलियाई टीम के कप्तान रिकी पॉन्टिंग दूसरे एशेज टेस्ट में खराब खेल भावना के बाद एक बार फिर मीडिया के निशानेपर हैं। ऑस्ट्रेलियाई टीम के लार्ड्स पर 75 बरस में पहली टेस्ट हार की कगार पर खड़ी है। पॉन्टिंग को दूसरे दिन स्लिप में अंपायर रूडी कर्टजन ने विवादास्पद कैच पर आउट करार दिया जिससे ऑस्ट्रेलियाई कप्तान नाराज थे। पॉन्टिंग की हताशा तीसरे दिन और बढ़ गई जब रवि बोपारा के शॉट पर नाथन हारित्ज ने गोता लगाकर कैच लपका, लेकिन वीडियो अंपायर ने इस कैच को नकार दिया। इस विवादास्पद कैच पर पॉन्टिंग ने कर्टजन के साथ बहस की। बाद में पॉन्टिंग और इंग्लैंड के स्टार बल्लेबाज केविन पीटरसन के बीच भी बहस हुई।
संडे टेलीग्राफ में एक लेखक ने कहा है कि ऑस्ट्रेलिया के दूसरे सबसे अनुभवी कप्तान पॉन्टिंग को कप्तान के तौर पर गलतउदाहरण पेश नहीं करने चाहिए। उन्होंने कहा, ‘कर्टजन के साथ उनकी बहस हुई और इसके बाद उनका पीटरसन के साथ भी विवादहुआ जिसने गलत उदाहरण पेश किया। क्रिकेट के नियम साफ कहते हैं कि क्रिकेट भावना को बरकरार रखने के लिए कप्तान जिम्मेदार हैं।’
द संडे हेराल्ड ने पॉन्टिंग के खराब क्षेत्ररक्षण की ओर ध्यान दिलाते हुए इसे दूसरे टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के संघर्ष का जिम्मेदार ठहराया। समाचार पत्र ने कहा, ‘पॉन्टिंग ने पीटरसन को रन आउट करने का मौका गंवा दिया और इसके बाद अगले ओवर में ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ने दूसरी स्लिप में बोपारा का भी आसान कैच छोड़ दिया जो उस समय नौ रन बनाकर खेल रहे थे। उन्होंने कहा, ‘बोपारा का कैच छोड़ने को पॉन्टिंग के सबसे खराब प्रदर्शन के तौर पर देखा जा सकता है जो अपने चेहरे के सामने हाथ ले आए लेकिन फिर भी कैच लपकने में नाकाम रहे।’