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बुद्ध की धरती पर मचा है चुनावी महासंग्राम

महात्मा बुद्ध की शांत परिनिर्वाण स्थली कुशीनगर इन दिनों चुनावी महासंग्राम के शोर से गूँज रही है। बसपा, सपा, कांग्रस और भाजपा सभी की प्रतिष्ठा किन्हीं न किन्हीं वजहों से दाँव पर लगी हुई है। लंबे समय...

 बुद्ध की धरती पर मचा है चुनावी महासंग्राम
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 15 Mar 2009 01:00 PM
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महात्मा बुद्ध की शांत परिनिर्वाण स्थली कुशीनगर इन दिनों चुनावी महासंग्राम के शोर से गूँज रही है। बसपा, सपा, कांग्रस और भाजपा सभी की प्रतिष्ठा किन्हीं न किन्हीं वजहों से दाँव पर लगी हुई है। लंबे समय से खाता खोलने की जुगत भिड़ा रही बसपा ने इस बार अपनेप्रदेश अध्यक्ष और राज्य सरकार के सहकारिता मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य को कुशीनगर सीट से चुनाव मैदान में उतारा है तो कांग्रस को अपने सदर विधायक आर.पी.एन. सिंह से करिश्मे की उम्मीद है। भाजपा ने सांसद योगी आदित्यनाथ के कहने से उनकी हिन्दू युवा वाहिनी के विजय शंकर दुबे को प्रत्याशी बनाया है लिहाजा योगी की प्रतिष्ठा दाँव पर है। सपा ने अपने पुराने दिग्गज ब्रह्माशंकर त्रिपाठी को टिकट देकर चुनावी लड़ाई को चतुष्कोणीय बनाने की कोशिश की है।ड्ढr कांग्रस प्रत्याशी आरपीएन सिंह दस जनपथ के करीबी माने जाते हैं। सपा-कांग्रस में जिन सीटों के चलते तालमेल नहीं हो सका कुशीनगर उनमें से एक है। कांग्रस की इस सीट से उम्मीदों का अंदाजा इसी तथ्य से लगाया जा सकता है। राजपरिवार का होने के नाते भी उनका क्षेत्र में काफी असर है। छह बार कांग्रस का इस सीट पर कब्जा रहा है। वहीं बसपा प्रत्याशी स्वामी प्रसाद मौर्य अपनी मेहनत से खुद को मुख्य मुकाबले में ले आए हैं। बसपा द्वारा पहले से प्रत्याशी घोषित कर देने का लाभ भी श्री मौर्य को मिल रहा है। स्वामी प्रसाद मौर्य फूँक-फूँक कर कदम रख रहे हैं। धार्मिक आधार पर ध्रुवीकरण न होने देने की कोशिश कर रहे हैं। नेलोपा से पिछला विधानसभा चुनाव लड़े जावेद इकबाल, पूर्व मंत्री पप्पू जायसवाल समेत दर्जनों ऐसे लोग इस बीच उनके साथ आ गए हैं जिन्होंने निकाय-पंचायत चुनाव से लेकर विधानसभा तक कोई न कोई चुनाव लड़ा था तो कई हजार वोट पाए थे।ड्ढr पूर्वाचल में इस क्षेत्र की गिनती योगी के प्रभाव वाले क्षेत्रों में की जाती है। उनकी हिन्दू युवा वाहिनी गाँव-गाँव तक पहुँच चुकी है। अक्सर साम्प्रदायिक तनाव की घटनाएँ भी क्षेत्र में होती रही हैं हालाँकि पिछले छह महीने से प्रशासन ने इस तरह की घटनाएँ नहीं होने दी हैं। चार बार भाजपा यहाँ से जीती है हालाँकि इस बार भाजपा में टिकट वितरण को लेकर काफी अन्तर्कलह है। सारी उम्मीद योगी पर टिकी है। सपा के ब्रह्माशंकर त्रिपाठी भी क्षेत्र में सघन प्रचार में जुटे हैं। फिलहाल हर प्रत्याशी क्षेत्रीय व जातीय समीकरणों को अपने पक्ष में करने में जुटा है।ं

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