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आर्थिक सर्वे व रेल बजट तय करेंगे बाजार का रुख

पूर्ण बजट पेश किये जाने से पहले सामान्य से कम बरसात की भविष्यवाणी और विदेशी संस्थागत निवेशकों की नकारात्मक गतिविधियों के कारण 27 जून को समाप्त हुए समीक्षाधीन सप्ताह में देश भर के प्रमुख शेयर बाजारों...

आर्थिक सर्वे व रेल बजट तय करेंगे बाजार का रुख
एजेंसीSun, 28 Jun 2009 12:50 PM
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पूर्ण बजट पेश किये जाने से पहले सामान्य से कम बरसात की भविष्यवाणी और विदेशी संस्थागत निवेशकों की नकारात्मक गतिविधियों के कारण 27 जून को समाप्त हुए समीक्षाधीन सप्ताह में देश भर के प्रमुख शेयर बाजारों में मिला जुला रुख देखने को मिला। जहां बंबई सूचकांक लाभ दर्शाते बंद हुआ वहीं, कलकत्ता शेयर बाजर में मामूली गिरावट आई।

बाजार विश्लेषकों को पूर्ण बजट पेश किये जाने से पहले अगले सप्ताह के दौरान सीमित दायरे में और उतार चढ़ाव वाला कारोबार होने की उम्मीद है। शेयर बाजार की आगे की दिशा पूर्ण बजट के स्वरूप से निर्धारित होने की संभावना है। इसके अलावा दो जुलाई को पेश किये जाने वाले आर्थिक सर्वे और उसके बाद तीन जुलाई को पेश किये जने वाले रेल बजट से भी आगे की दिशा के तय होने की संभावना है। आगामी बजट में आधारभूत ढांचा, पूंजी माल और बैंकिंग क्षेत्र पर अधिक जोर दिये जाने की संभावना को देखते हुए इन खंडों के शेयरों में पर्याप्त लिवाली हुई।

हालांकि मानसून में देरी और कृषि क्षेत्र पर इसके प्रभाव को देखते हुए उंचे स्तर पर दवाब की स्थिति बनी रही क्योंकि कृषि क्षेत्र का प्रदर्शन अर्थव्यवस्था को महत्वपूर्ण तरीके से प्रभावित कर सकता है। बाजार के लिए एक नकारात्मक तत्व विदेशी संस्थागत निवेशकों की गतिविधियों का सुस्त पड़ना है।

बंबई शेयर बाजार में समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान सेंसेक्स में 1.67 प्रतिशत का लाभ दर्ज हुआ। यहां पिछले सप्ताह 716.05 अंक अथवा 4.70 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली थी। यहां पिछले 14 सप्ताह की तेजी के कारण सेंसेक्स में 6,912 अंक अथवा 83 प्रतिशत की तेजी आई थी।

बाजार विश्लेषकों ने इस नाटकीय परिवर्तन का श्रेय मजबूत वश्विक संकेतों तथा निवेशकों द्वारा सौदों को जुलाई अनुबंध के लिए आगे ले जाने को दिया। भारी उतार-चढ़ाव से भरे कारोबार में बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों पर आधरित सेंसेक्स 242.75 अंकों के सुधार के साथ पिछले सप्ताहांत के मुकाबले इस सप्ताहांत 14,764.64 अंकों पर बंद हुआ। व्यापक आधार वाले नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफटी 61.90 अंक अथवा 1.44 प्रतिशत की तेजी के साथ सप्ताहांत में 4,375.50 पर बंद हुआ। मिडकैप और स्मालकैप खंड के इंडेक्सों ने एक बार फिर से महत्वपूर्ण इंडेक्सों को पीछे छोड़ दिया जिनमें क्रमश: 4.28 प्रतिशत और 3.25 प्रतिशत की तेजी आई।

विदेशी संस्थागत निवेशकों द्वारा अचानक अपनी गतिविधियां मंद करना भी बाजार को निराश करने वाली एक खबर साबित हुई। विदेशी संस्थागत निवेशकों ने सप्ताह के आरंभिक चार दिनों में 51 करोड़ 31 लाख डालर के शेयरों की बिक्री की। तथापि एनएसई के प्राथमिक आंकड़ों के अनुसार उन्होंने शुक्रवार को 551.14 करोड़ रुपये की शुद्ध लिवाली की। सप्ताह के दौरान बीएसई और एनएसई में कुल व्यवसाय का आकार भारी गिरावट के  साथ 27,751 करोड़ रुपये और 94,441 करोड़ रुपये का रह गया जबकि पिछले सप्ताह क्रमशः 34,090 करोड़ रुपये और 1,02,410 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ था।
कलकत्ता शेयर बाजार में समीक्षाधीन सप्ताह में मामूली गिरावट का रुख देखने को मिला तथा 40 शेयरों पर आधारित सूचकांक 9.48 अंकों की गिरावट के साथ 6,392.66 अंक पर बंद हुआ जो सप्ताह के आरंभ में 6,401.14 अंक पर मजबूत खुला था।

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