प्रदेश में सोशल बजटिंग सिस्टम लागू हो : डा. भीम सिंह
सामाजिक न्याय समता आंदोलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष व विधान पार्षद डा. भीम सिंह ने वर्तमान बजट प्रणाली को दोषपूर्ण मानते हुए देश व राज्य में सोशल बजटिंग सिस्टम लागू करने की वकालत की। सोमवार को अपने सरकारी...
सामाजिक न्याय समता आंदोलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष व विधान पार्षद डा. भीम सिंह ने वर्तमान बजट प्रणाली को दोषपूर्ण मानते हुए देश व राज्य में सोशल बजटिंग सिस्टम लागू करने की वकालत की। सोमवार को अपने सरकारी आवास पर संवाददाता सम्मेलन मंे डा. सिंह ने कहा कि दशकों तक नीति निर्धारक पूरे देश को एक यूनिट मानकर बजट बनाते रहे। लेकिन इससे न तो गरीबी दूर हुई और न सामाजिक समरसता ही आयी। लिहाजा ट्राइबल सब प्लान और शिडय़ूल कास्ट्स स्पेशल कंपोनेंट की व्यवस्था हुई। बाद में जेंडर बजटिंग की शुरुआत हुई अब जेनरल बजटिंग की चर्चा है। लेकिन ये सभी प्रयोग विकास को गति नहीं दे पायेंगे।ड्ढr ड्ढr उन्होंने दावा कि अगर सोशल बजटिंग सिस्टम लागू कर दिया जाये तो न सिर्फ बिजली की गति से विकास होगा बल्कि सामाजिक समरूपता भी आयेगी। उन्होंने कहा कि पूरी आबादी को सर्वागी रूप न देकर इसे दस भागों में विभक्त कर नीतियों का निर्धारण होना चाहिए। अगड़े हिन्दू, पिछड़े हिन्दू, अत्यंत पिछड़ा हिन्दू, विकासमान दलित जातियां, विकास अवरुद्ध दलित या महादलित जातियां, विकासमान आदिवासी, विकास अवरुद्ध आदिवासी, अगड़े मुस्लिम, पिछड़े मुस्लिम तथा दलित मुस्लिम एवं अन्य अल्पसंख्यक समुदाय के रूप में पूरी आबादी को पहले लंबवत विभाजित करना चाहिए। यह विभाजन उनकी आबादी के अनुसार होना चाहिए। इसके बाद संसाधन का क्षैतिज वर्गीकरण करते हुए 50 प्रतिशत महिलाआें के लिए और 50 प्रतिशत पुरुषों के लिए व्यवस्था की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि इसके लिए वे लंबे समय से अंदोलन करते रहे हैं। संवाददाता सम्मेलन में सुनील कुमार चंद्रवंशी, दिनेश गुप्ता, सिद्धनाथ चन्द्रवंशी, पी.पी. मालाकार और रमेश चंद्रवंशी भी थे।ं