डीएम व एसपी के निलंबन की मांग ने पकड़ा जोर
हलगांव में पुलिस फायरिंग को लेकर भागलपुर डीएम एवं एसपी के निलम्बन की मांग जोर पकड़ती जा रही है। बिहार प्रशासनिक सेवा संघ (बासा) के दोनों पदाधिकारियों कहलगांव के निलम्बित एसडीओ एवं डीएसपी के समर्थन...
हलगांव में पुलिस फायरिंग को लेकर भागलपुर डीएम एवं एसपी के निलम्बन की मांग जोर पकड़ती जा रही है। बिहार प्रशासनिक सेवा संघ (बासा) के दोनों पदाधिकारियों कहलगांव के निलम्बित एसडीओ एवं डीएसपी के समर्थन में अब सूबे के दो दर्जन विभागों के राजपत्रित पदाधिकारी भी उतर आये हैं।ड्ढr ड्ढr बिहार राज्य राजपत्रित पदाधिकारी महासंघ के बैनर तले कई सेवा संघों के प्रतिनिधियों ने राज्य सरकार से कहलगांव पुलिस फायरिंग के लिए निलम्बित एसडीओ एवं डीएसपी को निर्दोष ठहराते हुए भागलपुर के डीएम एवं एसपी को तुरंत निलंबित करने का आग्रह किया है। महासंघ का कहना है कि डीएम एवं एसपी पुलिस फायरिंग का साक्ष्य मिटाने का प्रयास कर रहे हैं। इसके लिए भागलपुर डीएम एवं एसपी के साथ ही पुलिस फायरिंय के समय वहां पदस्थापित अन्य प्रशासनिक अधिकारियों को भी तुरंत हटाया जाए। इन लोगों के वहां से हटने के बाद ही पुलिस फायरिंग की निष्पक्ष जांच हो पायेगी।ड्ढr ड्ढr राजपत्रित पदाधिकारी महासंघ के अध्यक्ष डा. पीएनपी पाल, महासचिव डा. देवानन्द प्रसाद सिंह, कोषाध्यक्ष गिरीशनन्दन प्रसाद सिंह, यांत्रिक अभियंत्रण सेवा के ई. बांकेबिहारी साव, अवर अभियंता संघ के हृषिकेश पाठक, पशु चिकित्सा सेवा के डा. धर्मेन्द्र सिन्हा, सांख्यिकी सेवा के डा. प्रभाष चन्द्र राय, कृषि स्नातक सेवा के उदित नारायण सिंह, वित्त अंकेक्षण सेवा के लक्ष्मी पासवान, श्रम सेवा की श्रीमती अरुणा सिन्हा और योजना एवं विकास सेवा के डा. विनय कुमार समेत दो दर्जन संघों के प्रतिनिधि नेताओं ने कहा है कि भागलपुर में प्रमंडलीय कमिश्नर की नियुक्ित शीघ्र की जाए। उन्होंने कहा है कि भागलपुर डीएम एवं एसपी ने फायरिंग के समय कहलगांव में पदस्थापित एसडीओ सत्येन्द्रनाथ श्रीवास्तव को गैर कानूनी ढंग से रात्रि में जबरदस्ती नजरबन्द कर फायरिंग आदेश एवं प्राथमिकी दर्ज करने के लिए दबाव डाला जो अत्यन्त निन्दनीय है। राजपत्रित पदाधिकारी महासंघ इसकी घोर भर्त्सना करते हुए राज्य सरकार से मांग करता है कि ऐसे गैरकानूनी कार्य को शह देने वाले डीएम एवं एसपी को यथाशीघ्र निलम्बित किया जाए।