पटना विश्वविद्यालय के जर्जर भवनों का होगा जीणर्ोद्धार
पटना विश्वविद्यालय के जर्जर भवनों का जीणर्ोार किया जाएगा। इसके तहत कॉलेजों के विभिन्न विभागों, चहारदीवारी, शिक्षक आवास और छात्रावासों की मरम्मत का निर्णय लिया गया है। इसके लिए विशेष कार्यक्रम तैयार...
पटना विश्वविद्यालय के जर्जर भवनों का जीणर्ोार किया जाएगा। इसके तहत कॉलेजों के विभिन्न विभागों, चहारदीवारी, शिक्षक आवास और छात्रावासों की मरम्मत का निर्णय लिया गया है। इसके लिए विशेष कार्यक्रम तैयार किया गया है। गुरुवार को विवि प्रशासन ने लगभग 50 लाख के प्राक्कलन को स्वीकृति प्रदान की। भवन निर्माण समिति की बैठक में निर्णय लिया गया कि विश्वविद्यालय के जर्जर भवनों की मरम्मत के लिए प्राक्कलन को मंजूरी मिलने के बाद अब योजनाआें पर काम शुरू कराया जाएगा।ड्ढr ड्ढr बैठक की अध्यक्षता करते हुए कुलपति डा. श्याम लाल ने कहा कि जर्जर भवनों को शीघ्र ठीक कराया जाएगा। इसके लिए कायरे को तेजी से चलाया जाएगा और तय समय सीमा के भीतर कायरे को पूरा किया जाएगा। बैठक में निर्णय लिया गया कि शिक्षक क्वार्टरों की बेहतर ढंग से मरम्मत की जाएगी, ताकि शिक्षकों किसी प्रकार की परेशानी नहीं उठानी पड़े। पटना विश्वविद्यालय शिक्षक संघ के साथ बैठक के दौरान कुलपति को बताया गया था कि लंबे समय से शिक्षक आवास की मरम्मत नहीं की जा सकी है और इससे वहां रहना दूभर हो गया है। इसके बाद कुलपति ने आवासों का जीणर्ोार फेजवाइज पूरा कराने का निर्णय लिया है। साथ ही सैदपुर छात्रावास के भ्रमण के क्रम में पाया गया था कि भवनों की स्थिति बेहद खराब है। वहीं सिवरेज की समस्या भी विकराल है। इसको भी ठीक कराने के लिए विशेष कार्यक्रम तैयार करने का निर्देश दिया गया। इसके अलावा पटना कॉलेज के भाषा विभाग के मरम्मत की योजना को भी मंजूरी दी गई। इसके अलावा पटना लॉ कॉलेज में चहारदीवारी निर्माण की योजना को मंजूरी मिली।ड्ढr ड्ढr कुलानुशासक प्रो. विभाष कुमार यादव ने बताया कि इन योजनाआंे पर लगभग 50 लाख रुपये लगेंगे, जिनको आज की बैठक में मंजूरी प्रदान कर दी गयी। योजनाआें पर शीघ्र ही काम शुरू कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि पटना कॉलेज के अन्य मामलों को कुलपति के समक्ष नहीं लाया गया था, इस कारण चर्चा नहीं हुई। हालांकि हम कॉलेज को नैक ग्रेडिंग में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए पूरी सहायता करेंगे। बैठक में विवि अभियंता इरफान अंसारी, आर्थिक सलाहकार शिवलाल महतो, विकास पदाधिकारी डा. भगवान प्रसाद के साथ वरीय पदाधिकारी मौजूद थे।ं