फोटो गैलरी

Hindi News दिल्ली में बनेगा देश का पहला हस्तशिल्प मॉल

दिल्ली में बनेगा देश का पहला हस्तशिल्प मॉल

राजस्थान एम्पोरियम राजस्थली द्वारा नई दिल्ली के कनॉट प्लेस स्थित राजीव भवन में राजस्थानी-साड़ियों की प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है। प्रदर्शनी का शुभारंभ करते हुए केंद्रीय वस्त्र मंत्रालय के विकास...

 दिल्ली में बनेगा देश का पहला हस्तशिल्प मॉल
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 15 Mar 2009 01:00 PM
ऐप पर पढ़ें

राजस्थान एम्पोरियम राजस्थली द्वारा नई दिल्ली के कनॉट प्लेस स्थित राजीव भवन में राजस्थानी-साड़ियों की प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है। प्रदर्शनी का शुभारंभ करते हुए केंद्रीय वस्त्र मंत्रालय के विकास आयुक्त (हस्तशिल्प) संजय अग्रवाल ने बताया कि निकट भविष्य में दिल्ली में देश का पहला हेंडीक्राफ्ट्स मॉल बनेगा। इसके लिए नई दिल्ली के वसंतकुंज में पौने दो एकड़ भूखंड आवंटन की कार्यवाही अंतिम चरण में है। ग्यारह दिवसीय यह प्रदर्शनी 1रवरी तक चलेगी। इस प्रदर्शनी में राजस्थान की विश्व प्रसिद्ध साड़ियों विशेषकर कोटा डोरिया, बन्धज, बांधनी, लहरिया, सांगानेरी, बगरु, बाड़मेरी, अकोला, ब्लॉक प्रिंटेड, जरी, कोटा डोरिया, मोठड़ा आदि का प्रदर्शन किया गया है। ये साड़ियां 400 रुपये से 20 हजार रुपये मूल्य तक की हैं। इस अवसर पर अग्रवाल ने दिल्ली में बनने वाले मॉल के बारे में बताया कि अपने ढंग के इस अनूठे हस्तशिल्प मॉल में देश के सभी राज्यों की हस्तशिल्प सामग्री की एक ही स्थान पर खरीद फरोख्त हो सकेगी। अग्रवाल ने कहा कि राजस्थान हस्तशिल्प की दृष्टि से देश का अग्रणी प्रांत है। उन्होंने बताया कि राजस्थान सरकार के सहयोग से जोधपुर और जयपुर को हस्तशिल्प सेंटर के रूप में विकसित करने के प्रयास किए जा रहे हैं। जोधपुर में जहां फर्नीचर का कारोबार एक हजार करोड़ रुपये से भी अधिक तक पहुंच गया है, वहीं जयपुर में टेक्सटाइल्स, स्टोन इंडस्ट्रीज, ब्लॉक प्रिटिंग, गलीचा उद्योग आदि क्षेत्रों में विकास की व्यापक संभावनाएं हैं। जयपुर में मार्केटिंग माल और क्रॉफ्ट्स के साथ ही इंडियन इंस्टीटयुट्स ऑफ क्राफ्टस की स्थापना आदि क्षेत्रों में काम हो रहा है। अजमेर में अरबन हॉट सेन्टर का कार्य शुरू किया गया है।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें