जाली नोटों को भुना रहे बुकिंग काउंटरों पर
जाली नोटों को भुनाने का आसान माध्यम रेलवे का बुकिंग काउंटर बनता जा रहा है। इसको लेकर पटना व राजेंद्र नगर टर्मिनल के बुकिंग क्लर्क काफी परेशान हैं। भीड़ का फायदा उठाकर जाली नोट लोग भुना लेते हैं। इस...
जाली नोटों को भुनाने का आसान माध्यम रेलवे का बुकिंग काउंटर बनता जा रहा है। इसको लेकर पटना व राजेंद्र नगर टर्मिनल के बुकिंग क्लर्क काफी परेशान हैं। भीड़ का फायदा उठाकर जाली नोट लोग भुना लेते हैं। इस तरह की सर्वाधिक शिकायतें राजेंद्र नगर टर्मिनल पर आती हैं, क्योंकि मुंबई व दिल्ली समेत लंबी दूरी की कई ट्रेनें यहां से रवाना होती हैं।ड्ढr ड्ढr टर्मिनल के बुकिंग काउंटर प्रभारी बताते हैं कि 500 रुपये का नकली नोट ही अधिक मिलता है। बुकिंग क्लकरे के लाख सवाधान रहने पर भी अक्सर एक या दो 500 रुपये का नोट रोज आ जाता है। बैंक में पैसा जमा करते समय पता चलता है कि यह जाली नोट है। यात्री 500 रुपये का जाली नोट देकर लंबी दूरी के टिकट लेते हैं। इसके बाद दूसरे काउंटर पर टिकट वापस भी कर देते हैं। इस संबंध में दानापुर रेल मंडल को भी सूचना दी गयी है। हालांकि मंडल के अधिकारी बताते हैं कि इस तरह की शिकायतें कभी-कभी मिलती है। यह कानून-व्यवसथा का मामला है। अगर बुकिंग कउंटरों से लगातार इस तरह शिकायतें आएंगी तो राज्य सरकार से इस संबध में बात की जाएगी। बुकिंग क्लर्क काफी परखने के बाद ही नोट लेते हैं। इसके बावजूद कई बार ऐसा होता है कि जाली नोट पकड़ में नहीं आते हैं। यात्रियों की लंबी कतार रहने पर ठीक से नोट की जांच भी बुकिंग क्लर्क नहीं कर पाते हैं। इसी का फायदा लोग उठाते हैं। बहरहाल जाली नोटों से रेलकर्मी परेशान हैं और जांच यंत्र नहीं रहने के कारण उन्हें घर से घाटा सहना पड़ रहा है।ं