नए परिसीमन में मतदाता सूची व बूथों के स्वरूप पर वर्कआउट शुरू
नए परिसीमन के अनुसार मतदाता सूची और बूथों का स्वरूप क्या होगा चुनाव आयोग ने इस पर वर्कआउट शुरू कर दिया है। चुनाव आयोग ने सभी जिलों के एक-एक विधान सभा क्षेत्र में प्रयोग के तौर पर नए परिसीमन के आधार...
नए परिसीमन के अनुसार मतदाता सूची और बूथों का स्वरूप क्या होगा चुनाव आयोग ने इस पर वर्कआउट शुरू कर दिया है। चुनाव आयोग ने सभी जिलों के एक-एक विधान सभा क्षेत्र में प्रयोग के तौर पर नए परिसीमन के आधार पर खाका तैयार करने की रणनीति पर अमल शुरू कर दिया है।ड्ढr ड्ढr इसके तहत पुराने विधान सभा क्षेत्र और उनके मतदान केन्द्र तथा नए परिसीमन के बाद बदले स्वरूप में मतदान केन्द्रों में क्या अंतर होगा इसके लिए ‘को-रिलेशन चार्ट’ बनाए जाएंगे। इसके आधार पर ही नए सिरे से मतदाता सूची भी तैयार की जाएगी। इसके अलावा अप्रैल से फोटो पहचान पत्र बनाने की प्रक्रिया शुरू होगी। आयोग के सूत्रों के अनुसार सभी जिलों के संबंधित अधिकारियों को निर्देश जारी किया गया है कि 2रवरी तक जिले के एक-एक विधान सभा क्षेत्र का ‘को-रिलेशन चार्ट’ तैयार कर लें। हालांकि यह कागजी कसरत ही होगी और फिलहाल मतदाता सूची से किसी तरह की छेड़छाड़ नहीं होगी। चार्ट तैयार करने के क्रम में अगर किसी प्रकार की तकनीकी समस्या पैदा होती है तो इसपर आयोग का दिशा-निर्देश लिया जाएगा। प्रयोग के सफल रहने पर सभी निर्वाचन क्षेत्रों में नए परिसीमन के आधार पर मतदाता सूची और बूथों के सीरियल नंबर में परिवर्तन की प्रक्रिया शुरू होगी।ड्ढr ड्ढr आयोग के सूत्रों के अनुसार लोकसभा और विधान सभा का अगला आम चुनाव नए परिसीमन के आधार पर होगा। इसको देखते हुए नए सिरे से तैयारियां शुरू हो गयी हैं। हालांकि उप चुनाव पुरानी मतदाता सूची के आधार पर ही होगा। आयोग की यह भी कोशिश है कि अप्रैल से मतदाता पहचान पत्र बनाने की प्रक्रिया शुरू कर जून तक पूरी कर ली जाए।