सपा और कांग्रेस का विस से बहिर्गमन
बुंदेलखंड में सूखे के हालात में भूख और कर्ज से आए दिन हो रही किसानों की अकाल मृत्यु के विरोध में समाजवादी पार्टी के क्षेत्रीय विधायकों ने विधानसभा में धरना दिया। इस बीच, कांग्रेस ने केंद्रीय कृषि...
बुंदेलखंड में सूखे के हालात में भूख और कर्ज से आए दिन हो रही किसानों की अकाल मृत्यु के विरोध में समाजवादी पार्टी के क्षेत्रीय विधायकों ने विधानसभा में धरना दिया। इस बीच, कांग्रेस ने केंद्रीय कृषि मंत्री से बुंदेलखंड के लिए प्रदेश सरकार द्वारा अभी तक कोई पैकेज न माँगने के विरोध में सदन से बहिर्गमन किया। नेता विपक्ष मुलायम सिंह यादव ने इस गंभीर दैवीय आपदा के मद्देनजर राहत के मसले पर सर्वदलीय बैठक बुलाने पर जोर दिया। भाजपा विधानमंडल दल के नेता ओमप्रकाश सिंह ने भी सर्वदलीय बैठक बुलाने का समर्थन किया। साथ ही किसानों को चेक वितरण में भ्रष्टाचार रोकने पर बल दिया।ड्ढr कांग्रेस के सदस्य प्रदीप जैन ने यह मामला ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के जरिए उठाते हुए कहा कि बुंदेलखंड में अब तक भूख और कर्ज से ढाई सौ किसानों की मौत हो चुकी है। श्री जैन ने माँग की कि बुंदेलखंड जब तक अलग राज्य नहीं बन जाता, तब तक इसका अलग मंत्रालय बना दिया जाए। सपा के अशोक चंदेल ने कहा कि हैंडपंपों को मुफ्त लगाया जाए। सपा के ही विशंभर प्रसाद निषाद ने कहा कि कर्जदारों को साहूकार धमका रहे हैं। कांग्रेस के विवेक कुमार सिंह ने विधानसभा अध्यक्ष से यह अनुरोध करके सबको चौंका दिया कि सरकार को निर्देश दिए जाएँ कि वह कुछ नहीं कर सकती तो कम से कम कफन मरने वालों को कफन ही उपलब्ध करा दिया जाए। वहाँ लोग रोज मर रहे हैं, मजाक बंद किया जाए। कांग्रेस के प्रमोद तिवारी ने कहा कि राज्य सरकार अलग राज्य का प्रस्ताव लाए। उन्होंने कहा कि वह चार दिन पहले केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार से दिग्विजय सिंह के साथ मिले थे। श्री पवार ने कहा कि अभी तक यूपी सरकार की ओर से बुंदेलखंड के लिए कोई पैकेज नहीं माँगा गया है।ड्ढr श्री तिवारी के कथन का कृषि मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण ने प्रतिवाद किया। सरकार की ओर से जवाब देते हुए संसदीय कार्य मंत्री लालजी वर्मा ने कहा कि सूखा कई साल से है। उनकी सरकार ने सूखा राहत के लिए कई कदम उठाए हैं। जबकि पूर्व सरकार ने कुछ नहीं किया। उन्होंने कहा कि अलग राज्य के लिए केंद्र पहले सहमति दे तो सरकार प्रस्ताव पारित करने को तैयार है। मंत्री ने यह भी ऐलान किया कि हर विधायक को ढाई-ढाई सौ हैंडपंप लगवाने का अधिकार दिया गया है। श्री वर्मा ने यह भी दावा किया कि बुंदेलखंड में भूख और कर्ज से एक भी व्यक्ित की मौत नहीं हुई है। मंत्री के इतना कहते ही सपा के विधायकों ने अध्यक्ष पीठ के समक्ष पहुँच कर हंगामा किया। इस बीच, नेता विपक्ष भी सदन में आ गए। नेता विपक्ष के आने पर सपा के सदस्यों ने फर्श पर धरना शुरू कर दिया। नेता विपक्ष ने कहा कि संसदीय कार्य मंत्री को दैवी आपदा की स्थिति में इस तरह की बात नहीं कहनी चाहिए। श्री यादव ने अलग बुंदेलखंड राज्य बनाने की बात का विरोध किया और कहा कि इससे सुरक्षा को खतरा पैदा होगा। अंत में मुलायम के बुलाने पर सपा विधायक अपनी सीटों पर लौट आए। जबकि कांग्रेस के सदस्य केंद्रीय कृषि मंत्री से कोई पैकेज नहीं माँगने के विरोध में सदन से बहिर्गमन कर गए।