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नासिक से दस हजार लोगों का पलायन

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के हमलों के बाद नासिक से उत्तर भारतीयों का पलायन जारी है और एक अनुमान के मुताबिक पिछले 48 घंटों में कम से कम 10 हजार उत्तर भारतीय यहां से भाग चुके हैं। यहां के औद्योगिक...

 नासिक से दस हजार लोगों का पलायन
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 15 Mar 2009 01:00 PM
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महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के हमलों के बाद नासिक से उत्तर भारतीयों का पलायन जारी है और एक अनुमान के मुताबिक पिछले 48 घंटों में कम से कम 10 हजार उत्तर भारतीय यहां से भाग चुके हैं। यहां के औद्योगिक संस्थानों में बिहार और उत्तर प्रदेश के लोग काम करते हैं और उद्योग जगत से जुड़े सूत्रों का कहना है कि इन लोगों ने पिटाई और घरों पर हमले होने के बाद यहां से अपने घरों को लौटना शुरू किया है।ड्ढr ड्ढr सूत्रों के अनुसार बसों, निजी वाहनों और ट्रेनों में भरकर उत्तर भारतीय पलायन कर रहे हैं। नासिक रेलवे स्टेशन पर कोलकाता मेल, गोरखपुर, महानगरी, पुष्पक, पवन और कामायनी एक्सप्रेस ट्रेनों में उत्तर भारतीयों की भारी भीड़ दिखाई दी। नासिक के अलावा देवलाली स्टेशन से भी ट्रेनें खचाखच भरी हुई चल रही हैं। सबसे यादा नुकसान अंबड एमआईडीसी इलाके में हुआ है। पलायन के कारण यहां के लगभग 40 फीसदी छोटे-बड़े कारखाने बंद हो गए हैं। नासिक के अंबड और सातपुर के तमाम कारखानों में बड़ी संख्या में उत्तर प्रदेश और बिहार के श्रमिक काम करते हैं लेकिन पिछले दो दिनों में हुई हिंसा से वे सहमें हुए हैं। अंबड औद्योगिक एवं उत्पादक संगठन के अध्यक्ष धनराज बेले ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि पलायन से उत्पादन ठप हो गया है।ड्ढr ड्ढr पटना पुलिस ने दर्ज किया बयानड्ढr पटना (का.सं.)। महाराष्ट्र के विभिन्न इलाकों से घबराकर बिहारियों के लौटने का सिलसिला शुरू हो गया है। नासिक, दादर, बांद्रा,कुर्ला आदिजगहों में मनसे कार्यकर्ताआें की जारी हिंसा की घटनाआें से घबराकर प्राण रक्षा के लिए बिहार लौट रहे दर्जनों लोग बुधवार को दादर-भागलपुर एक्सप्रेस से पटना जंक्शन पहुंचे। मामले की नजाकत को भांपते हुए रेल पुलिस और रेलवे सुरक्षा बल ने यात्रियों को सांत्वना देने के साथ ही उनकी आपबीती सुनी। थाने में बैठा कर चाय-नाश्ता कराते हुए रेल पुलिस ने पीड़ितों का बयान दर्ज किया। इसके बाद सभी को अपने-अपने गंतव्य की ओर भेजा गया।रेल पुलिस थानाध्यक्ष आलोक कुमार सिंह ने बताया कि नासिक से डरे-सहमे यहां पहुचे नौ यात्रियों पंकज कुमार,विनोद कुमार,सरोज देवी,संतोष कुमार, बालेश्वर साहनी (सभी अकबरपुर,समस्तीपुर) व अन्य का बयान दर्ज किया गया है। इनमें कई एक ही परिवार के सदस्य हैं। इसकी सूचना मुख्यालय को भी भेज दी गई है। साथ ही पीड़ितों के बयान को आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए नासिक पुलिस के पास भेजा जा रहा है। इधर आलम यह था कि जुल्मों की दास्तान सुनाते-सुनाते लोग पुलिसकर्मियों के समक्ष ही फफक पड़ते थे। पीड़ितों के साथ हुए अमानवीय अत्याचार की कहानी सुन कर पुलिसकर्मी भी दंग रह गये।

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