आइये मेहरबान, बैठिए साहिबान..
अगली बार अगर आप दिल्ली जाने के लिए सप्तक्रांति या वैशाली एक्सप्रेस पकड़ें और आपके सामने खड़ा टीटीई बजाय आँख दिखाते हुए टिकट मांगने के, यह पूछ बैठे कि भाईसाहब आप कैसे हैं? यहाँ तक आने में कोई तकलीफ तो...
अगली बार अगर आप दिल्ली जाने के लिए सप्तक्रांति या वैशाली एक्सप्रेस पकड़ें और आपके सामने खड़ा टीटीई बजाय आँख दिखाते हुए टिकट मांगने के, यह पूछ बैठे कि भाईसाहब आप कैसे हैं? यहाँ तक आने में कोई तकलीफ तो नहीं हुई। चलिए मैं आपको आपकी सीट तक पहुँचा दूँ। तो चौंकिएगा नहीं। जी हाँ निजी कंपनियों की तर्ज पर रेलवे भी अब अपने ग्राहकों (यात्रियों) का दिल जीतने की तैयारी कर रहा है। यात्रियों को ग्राहक मानते हुए उनसे अच्छा व्यवहार करने की हिदायत दी जा रही है।ड्ढr ड्ढr यात्री सुविधा से जुड़े रेलकर्मियों को व्यवहार कुशल बनाने के लिए विशेष प्रकार का प्रशिक्षण दिया जायेगा। क्षेत्रीय रेल प्रशिक्षण संस्थान मुजफ्फरपुर में कस्टमर केयर कोर्स के तहत कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया जायेगा। सात दिनों के कैप्सुल कोर्स के दौरान टीटीई, एएसएम, आरक्षण पर्यवेक्षक, बुकिंग क्लर्क समेत अन्य कर्मचारियों को व्यवहारकुशल बनाया जायेगा। सोनपुर मंडल के प्रबंधक प्रमोद कुमार ने बताया कि क्षेत्रीय रेल प्रशिक्षण संस्थान में दिल्ली स्थित कस्टमर केयर प्रशिक्षण संस्थान के प्रशिक्षकों को बुलाया जायेगा। क्षेत्रीय प्रशिक्षण संस्थान के प्राचार्य जफर आजम ने इस बाबत कहा प्रशिक्षण के दौरान कर्मचारियों को यात्रियों के साथ बेहतर बर्ताव करने के तौर-तरीके सिखाये जाएंगे। प्रशिक्षण अवधि के दौरान रेलकर्मियों को अपने आक्रोश पर काबू पाने के लिए योग भी सिखाया जायेगा। यात्रियों से बदसलूकी करनेवाले कर्मचारियों को चिह्न्ति कर उन्हें विशेष प्रशिक्षण के लिए दिल्ली स्थित कस्टमर केयर संस्थान भी भेजा जायेगा। डीआरएम ने बताया कि इस प्रशिक्षण को और अधिक कारगर बनाने के लिए रेलवे बोर्ड से भी मार्गदर्शन मांगा जा रहा है। उधर, यात्रा के दौरान यात्रियों के अनुभवों को भी रिकार्ड करने की व्यवस्था की जा रही है। रेलवे के इस नई पहल के अनुसार अब चलती रेलगाड़ियों, स्टेशन के प्रतीक्षालय, विश्रामालय में यात्रियों के पास जाकर रेलकर्मियों से लिखित शिकायत और सुझाव लिये जाएंगे। उन शिकायतों व सुझावों के आधार पर प्रशिक्षण संस्थान के प्रशिक्षु कर्मचारियों को समझाया जायेगा।