दिल्ली से चुराया गया शिशु कोडरमा में मिला
नि:संतान दंपति द्वारा दिल्ली से चुराये गये नवजात को मरकच्चो प्रखंड के बेला गांव निवासी नारायण विश्वकर्मा के आवास से बरामद किया गया है। इस मामले में नारायण विश्वकर्मा, उसकी पत्नी नीतू देवी और पिता...
नि:संतान दंपति द्वारा दिल्ली से चुराये गये नवजात को मरकच्चो प्रखंड के बेला गांव निवासी नारायण विश्वकर्मा के आवास से बरामद किया गया है। इस मामले में नारायण विश्वकर्मा, उसकी पत्नी नीतू देवी और पिता नन्हकू विश्वकर्मा को गिरफ्तार किया गया है। इनमें नारायण की गिरफ्तारी दिल्ली से और उसकी पत्नी और पिता की गिरफ्तारी बेला गांव से हुई है। पुलिस नवजात और गिरफ्तार अभियुक्तों को दिल्ली ले गयी है।ड्ढr छापामारी में दिल्ली पुलिस और मरकच्चो पुलिस शामिल थी। नवजात शिशु कुणाल (दो माह 20 दिन) को दिल्ली के अंबेदकर नगर से 2रवरी को चुराया गया था। वहां कारपेंटर का काम करनेवाला नि:संतान नारायण विश्वकर्मा अपनी पत्नी और पिता के साथ रहता था। दिल्ली में उसका अपने पड़ोसी संतोष ठाकुर (मधुबनी, बिहार) से अच्छा संबंध था। नि:संतान दंपति को संतोष के दो माह का कुणाल ऐसा भाया कि नारायण ने बच्चे को चुराकर अपनी पत्नी और पिता को मरकच्चो भेज दिया। शक की सुई नारायण की ओर न घुमे इसलिए वह दिल्ली में ही रुका रहा। बच्चे को नहीं देख संतोष ने पुलिस का सहारा लिया और नारायण पर जब दवाब बनाया गया, तो उसने स्वीकार किया कि उसने बच्चे को अपने घर भेज दिया है। तब दिल्ली की अंबेदकर नगर थाना पुलिस मरकच्चो थाना पुलिस के साथ संयुक्त छापामारी कर बच्चे को बरामद कर लिया।