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कैसे लगे पार नैया, बीमार खेवइया

शिबू सोरन महीने भर से बीमार हैं। वह सातवीं बार दुमका से लोस चुनाव लड़ रहे हैं। चुनाव मैदान में झामुमो कार्यकर्ता उदास हैं। वे सीधे गुरुाी को देखना- सुनना चाहते हैं। पूछते हैं : गुरुाी कब मोरचा...

 कैसे लगे पार नैया, बीमार खेवइया
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 15 Mar 2009 01:00 PM
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शिबू सोरन महीने भर से बीमार हैं। वह सातवीं बार दुमका से लोस चुनाव लड़ रहे हैं। चुनाव मैदान में झामुमो कार्यकर्ता उदास हैं। वे सीधे गुरुाी को देखना- सुनना चाहते हैं। पूछते हैं : गुरुाी कब मोरचा संभालेंगे। दूसर दलों में स्टार प्रचारकों के दौर और सभाएं देख उनका मन कचोटता है। राजनीतिक जीवन के लंबे सफर में पहली दफा वह धुआंधार प्रचार नहीं कर सकेंगे। पार्टी में भरपाई की कोशिश जारी है, पर गुरुाी का रंग कोई नहीं जमा सकता। पुराने सिपाही अतीत में खो जाते हैं। शिबू के चुनावी मोरचा और चुनौतियों के किस्से बताते नहीं अघाते।ड्ढr पार्टी के महासचिव मोहन कर्मकार 34 सालों से शिबू के साथ हैं। बोले- चुनाव में 42 किमी तक पैदल चलते थे शिबू। गांव- गांव सभा करते। सादा खाना खाते और तेवर और फुर्ती गजब की। शेर दिल थे। कोई बात कहते, तो सभा में डुगडुगी बजती। एसा ही कुछ कहना है चंपई सोरन और नलिन सोरन का-गुरुाी का जज्बा कौन लायेगा। सुबह पांच बजे से रात 12 बजे तक गांवों का दौरा करते। इस बार उनकी कमी खल रही है, लेकिन हम संभालने में लगे हैं। युवा नेता विनोद पांडे कहते हैं: गुरुाी के संघर्ष का जोड़ नहीं। पदयात्रा कार्यक्रम तो उनकी रगों में शामिल है। चुनावों की याद ताजा करते हैं: गुरुाी अंबेसडर कार पर एक दिन में पांच- छह सौ किमी की यात्रा करते । दर्जनों जगह भाषण और चुनाव का ताना-बाना। पैदल चलते कार्यकर्ता हाथ -पैर पकड़ लेते, लेकिन गुरुाी की स्पीड कम नहीं होती। याददाश्त ऐसी कि मंच से ही दूर बैठे समर्थकों का नाम पुकार लेते। विजय सिंह कहते हैं: दुमका में गुरुाी के चाहने वालों की तदाद बड़ी है। शिबू को दिल्ली ले जाया गया पत्नी-पुत्र भी गये साथबोकारो (सं)। गुरुाी को शुक्रवार की शाम इलाज के लिए चार्टर्ड विमान से दिल्ली ले जाया गया। उनकी पत्नी रूपी, पुत्र बसंत सोरन एवं दिल्ली के डॉ अमरंद्र तिवारी भी उनके साथ गये। गुरुवार को जामताड़ा-दुमका में परचा दाखिल कर बोकारो लौटने के क्रम में गुरुाी तबीयत बिगड़ गयी थी, तो उन्हें बीजीएच में भर्ती कराया गया था।ड्ढr खेत की सब्जी भी साथ ले गये शिबू : रांची-दिल्ली जायें या अस्पताल, खेती-बारी पर हमेशा से ध्यान रखनेवाले गुरुाी अपने खेत की सब्जियां साथ ले जाना नहीं भूलते। शुक्रवार को गुरुाी इलाज के लिए दिल्ली गये, तो तीन-चार बोरी हरी सब्जियां साथ ले जाना नहीं भूले। सब्जियां उनके सोना-सोबरन फार्म की हैं। इनमें से कद्दू, बैगन, झींगा, टमाटर, नेनुवा, भिंडी आदि शामिल हैं।ड्ढr एक सप्ताह में होंगे ठीक: शिबू के इलाज के लिए दिल्ली से बोकारो आये मैक्स हास्पिटल के डॉ अमरंद्र तिवारी ने यहां बताया कि गुरुाी के एक हफ्ते में ठीक हो जाने की उम्मीद है। डॉ तिवारी ने बताया कि गुरुाी के यूरिनरी सिस्टम में इंफेक्शन की शिकायत है। बेहतर इलाज के लिए उन्हें दिल्ली ले जाया जा रहा है।

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