अब फिंगरप्रिंट से होगी करदाता की पहचान
अभी तक करदाताआें से किसी तरह की जानकारी लेने के लिए उनसे तमाम सवाल पूछने पड़ते थे, लेकिन अब सभी सवालों का जवाब जानने के लिए उनका एक फिंगरप्रिंट ही काफी होगा। अगले कुछ महीनों में बायोमेट्रिक परमानेंट...
अभी तक करदाताआें से किसी तरह की जानकारी लेने के लिए उनसे तमाम सवाल पूछने पड़ते थे, लेकिन अब सभी सवालों का जवाब जानने के लिए उनका एक फिंगरप्रिंट ही काफी होगा। अगले कुछ महीनों में बायोमेट्रिक परमानेंट एकाउंट नंबर (पैन) जारी किए जाने वाले हैं, जिन पर धारक के फिंगरप्रिंट दर्ज होंगे। सरकार ने सुरक्षा कारणों को ध्यान में रखते हुए बायोमेट्रिक पैन कार्ड लाने का फैसला किया है। इससे नकली पैन कार्ड बनाने पर भी रोक लगाई जा सकेगी। अभी पैन कार्ड बनवाना काफी आसान है। सरकार को चिंता है कि आतंकवादी भी काफी आसानी से पैन कार्ड बनवा लेते हैं। वे इसके आधार पर बैंकों में खाते खुलवा लेते हैं या मोबाइल फोन का कनेक्शन प्राप्त कर लेते हैं, जिसका उपयोग वे अपनी गतिविधियों को संचालित करने के लिए करते हैं। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, पिछले साल के अगस्त माह तक देश में करीब 13,10,127 व्यक्ियों के पास नकली पैन कार्ड होने का संदेह था। ऐसे में वित्त मंत्रालय ने बायोमेट्रिक पैन कार्ड जारी करने का मन बनाया। फिलहाल बायोमेट्रिक पैन कार्ड सिर्फ नए आवेदकों को जारी किए जाएंगे। पुराने कार्डधारकों को ये बाद में उपलब्ध कराए जाएंगे। अभी पैन कार्ड के लिए बतौर शुल्क 67 रुपए देने पड़ते हैं, पर नए कार्ड की कीमत तय नहीं है। लिहाजा मौजूदा 4.6 लाख से अधिक पैन कार्डधारक और अन्य लाख आवेदक राहत की सांस ले सकते हैं। अनुमान है कि एक बायोमेट्रिक पैन कार्ड की कीमत 200 से 300 रुपए तक हो सकती है। इसी के अनुरूप इसके शुल्क में भी इजाफा हो सकता है। कर विभाग खर्च का कुछ हिस्सा खुद उठा कर कीमत को थोड़ा कम कर सकता है।