राबड़ी के बयान पर भड़का जदयू
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ओर जदयू के प्रदेश अध्यक्ष राजीव रांन सिंह उर्फ ललन सिंह के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी करके विपक्ष की नेता राबड़ी देवी विवादों में घिर गई हैं। जदयू ने उन पर अमर्यादित भाषा का का...
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ओर जदयू के प्रदेश अध्यक्ष राजीव रांन सिंह उर्फ ललन सिंह के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी करके विपक्ष की नेता राबड़ी देवी विवादों में घिर गई हैं। जदयू ने उन पर अमर्यादित भाषा का का इस्तेमाल करने का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ चुनाव आयोग से शिकायत की है। पार्टी ने कोर्ट जाने की भी धमकी दी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि वे पलटकर गाली देने में विश्वास नहीं रखते हैं। विपक्ष की टिप्पणी उसके हताशा का क्षहार करती है।ड्ढr ड्ढr राबड़ी देवी ने कोर्ट और मीडिया की भूकिा पर भी सवाल उठाया है। इधर बिहार के संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी कुमार अंशुमाली ने कहा कि आयोग शिकायतों का अध्ययन करगा। अगर आरोप सही हुआ तो नियमसम्मत कार्रवाई होगी। विपक्ष की नेता शनिवार को सारण संसदीय क्षेत्र में चुनाव प्रचार करने गई थीं। इसी दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी की। रविवार को जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता शिवानंद तिवारी, प्रदेश महासचिव संजय कुमार सिंह, डॉ. नवीन कुमार आर्य, रवीन्द्र सिंह, चुनाव अभियान समिति के सचिव अनिल हेगड़े, प्रो. जगन्नाथ यादव व जावेद महमूद ने इस संबंध में आयोग को इस संबंध ज्ञापन दिया और राबड़ी के भाषण की सीडी सौंपी। हालांकि पार्टी ने आयोग को अपने स्रेत से भी रिकार्ड किए गए भाषण की सीडी देखने का सुझाव दिया है।ड्ढr ड्ढr पार्टी ने आयोग से राबड़ी देवी के भाषण के आधार पर उनके खिलाफ आचार संहिता के उल्लंघन का मामला दर्ज करने और भविष्य में चुनाव लड़ने पर रोक लगाने की मांग की है। पार्टी ने राबड़ी के खिलाफ कोर्ट के दरवाजे पर दस्तक देने का ऐलान किया और कहा कि राबड़ी ने यह कहकर कि इन दोनों ने कोर्ट को भी मुट्ठी में कर लिया है, कोर्ट का भी अपमान किया है। इसके पूर्व पार्टी के प्रदेश कार्यालय में पत्रकारों से बात करते हुए श्री तिवारी ने कहा कि राबड़ी देवी ने मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष के चरित्र हनन का प्रयास किया है, लिहाजापार्टी उनके खिलाफ चुनाव आयोग के साथ-साथ कोर्ट और जनता की अदालत का भी दरवाजा खटखटाएगी। चुनाव में पार्टी इसे मुद्दा भी बनाएगी। उन्होंने आरोप लगाया कि संवैधानिक पद पर बैठकर उन्होंने देश की न्याय व्यवस्था का भी अपमान किया है। लिहाजा राबड़ी देवी को विधानसभा सदस्य बने रहने का भी कोई अधिकार नहीं है। चुनाव आयोग से जदयू की शिकायत, बताया राबड़ी ने यह कहा: ‘ललन सिंह कौन है? ललन सिंह नीतीश कुमार का साला है, हम खुले आम बोलेंगे और नीतीश कुमार कौन है? नीतीश कुमार ललन सिंह का साला है। दोनों में गोलावट है-गोलावट। इन लोगों ने कोर्ट को भी अपनी मुट्ठी में कर लिया है।’ड्ढr ड्ढr मन से बीमार हैं राबड़ी: ललनड्ढr पटना (हि.ब्यू.)। जदयू के प्रदेश अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने कहा है कि राबड़ी देवी को सार्वजनिक सभा में भेजने की जगह लालू प्रसाद उन्हें मानसिक आरोग्यशाला में भेजें। उन्होंने कहा कि जिस महिला को सामान्य संस्कृति का भी ज्ञान नहीं है उसने सात वर्षो तक प्रदेश को क्या शासन दिया, इसकी सहज कल्पना ही की जा सकती है। यह आश्चर्यजनक है कि लालू प्रसाद ने ऐसी महिला को सात वर्षो तक सत्ता सौंपी। उन्होंने कहा कि राबड़ी देवी ने जो कुछ कहा है उसपर प्रतिक्रिया दी जाए तो यह उनके जैसे व्यक्ित को संस्कृति तोड़ने पर मजबूर कर देगा। अब जनता ही तय करगी कि ऐसे लोगों की अपील पर इन्हें वोट देते हैं या नहीं।ं