सरबजीत मामले पर रहम की गुहार
भारत ने सोमवार को उम्मीद जताई कि ‘जन भावनाआें’ की कद्र करते हुए पाकिस्तान सरबजीत सिंह के प्रति कुछ नरमी बरतेगा। उसने दलील दी कि 10 के लाहौर बम विस्फोटों के कथित आरोपी को फांसी पर लटकाना मसले से...
भारत ने सोमवार को उम्मीद जताई कि ‘जन भावनाआें’ की कद्र करते हुए पाकिस्तान सरबजीत सिंह के प्रति कुछ नरमी बरतेगा। उसने दलील दी कि 10 के लाहौर बम विस्फोटों के कथित आरोपी को फांसी पर लटकाना मसले से निपटने का सबसे अच्छा रास्ता नहीं है। उधर, इस बात के संकेत मिले हैं कि अगर भारत पाकिस्तानी कैदियों की रिहाई के लिए तैयार हो जाए तो इसके बदले सरबजीत की रिहाई तक पर विचार किया जा सकता है। 3 मार्च को पाकिस्तानी राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ के सरबजीत की क्षमा याचिका को खारिज किए जाने के बाद लाहौर की कोर्ट लखपत सेंट्रल जेल के अधिकारियों को उसका डेथ वारंट सौंप दिया गया है। वह पिछले 17 साल से इसी जेल में बंद है। भारतीय उच्चायोग के सूत्रों के मुताबिक, सरबजीत से मुलाकात की अनुमति देने का अनुरोध किया गया है। राज्यसभा में भी कांग्रेस व विपक्षी भाजपा सदस्यों ने सदन से सरबजीत की क्षमा याचिका को ठुकराए जाने के मुशर्रफ के फैसले के खिलाफ एक प्रस्ताव पारित करने की मांग की। कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि पार्टी किसी अन्य देश के आंतरिक मामलों में दखलंदाजी नहीं करना चाहती। फिर भी उसका मानना है कि सरबजीत से जुड़े केस के सभी पहलुआें का गहराई से अध्ययन करने के बाद ही फांसी जैसा सख्त कदम उठाया जाना चाहिए। वहीं भाजपा ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जब मोहम्मद हनीफ को आस्ट्रेलिया में गिरफ्तार किया गया तो ‘उनकी नींद हराम’ हो गयी थी। लेकिन जब सरबजीत फांसी के फंदे का सामना कर रहा है तो वह चादर तान कर सो रहे हैं। इसपर विदेश राज्यमंत्री आनंद शर्मा ने कहा कि इस मामले में सरकार के पास बहुत ही सीमित विकल्प हैं। पाकिस्तान सरकार से केवल मानवीय पहलुआें को ध्यान में रखकर कुछ नरमी दिखाने का अनुरोध ही किया जा सकता है। इधर सरबजीत की बहन दलबीर कौर ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी से मुलाकात कर इस मामले में पहल करने का अनुरोध किया। राहुल ने आश्वासन दिया कि वह इस बारे में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह व पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से बातचीत करेंगे। पंजाब सरकार ने भी पाकिस्तान से रहम दिखाने की गुजारिश की है। इस बीच, पाकिस्तान के मानवाधिकार मंत्री अंसार बर्नी ने कहा कि अब जरूरत इस बात की है कि भारत अपनी जेलों से पाकिस्तानी कैदियों को रिहा कर सद्भावना का परिचय दे। उनका इशारा था कि ऐसी स्थिति में सरबजीत को फांसी के फंदे से बचाने का माहौल तैयार हो सकता है।