परिवहन निगम कर्मियों और वकीलों में मारपीट
परिवहन निगम वर्कशाप के पास मामूली विवाद में बस चालकों ने दो न्यायालय कर्मियों की बुरी तरह पिटाई कर दी। जिसे लेकर परिवहन निगम कर्मी व अधिवक्ता आमने-सामने आ गए। फिर दोनों पक्षों के बीच जमकर मारपीट व...
परिवहन निगम वर्कशाप के पास मामूली विवाद में बस चालकों ने दो न्यायालय कर्मियों की बुरी तरह पिटाई कर दी। जिसे लेकर परिवहन निगम कर्मी व अधिवक्ता आमने-सामने आ गए। फिर दोनों पक्षों के बीच जमकर मारपीट व पथराव हुआ। गुस्साए वकीलों ने आठ बसों में तोड़फोड़ की और उनमें आग लगाने का प्रयास किया। वकीलों ने कैसरबाग से दिनभर बसों का संचालन नहीं होने दिया। घायल न्यायालय कर्मियों को बलरामपुर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एसएसपी का कहना है कि प्रारंभिक पड़ताल में परिवहन कर्मियों का दोष प्रकाश में आया है।ड्ढr पुलिस के मुताबिक सीजेएम (कस्टम) का अर्दली राम जियावन मंगलवार को कोर्ट के कागजात का बक्सा लेकर दीवानी कचहरी परिसर की आेर साइकिल से जा रहा था। उसके साथ एक अन्य अर्दली रामनरेश मिश्रा भी था। परिवहन निगम मुख्यालय के सामने उसका बक्सा एक बस से लड़ गया। इस बात को लेकर बस चालक व राम जियावन के बीच कहासुनी हो गई। इसी बीच अन्य परिवहन कर्मियों ने राम जियावन व रामनरेश को घेरकर पीटना शुरू कर दिया। मदद के लिए पहुँचे अधिवक्ताआें पर भी परिवहन कर्मी टूट पड़े और पथराव शुरू कर दिया। जिससे मौके पर भगदड़ मच गई। कुछ देर बाद भारी संख्या में अधिवक्ता इकट्ठा हो गए और परिवहन कर्मियों पर पथराव शुरू कर दिया।ड्ढr करीब डेढ़ घंटे तक दोनों पक्षों के बीच पथराव होता रहा। इस दरम्यान परिवहन कर्मी भागकर वर्कशाप के भीतर घुस गए और मेन गेट बंद कर लिया। गुस्साए वकील बाहर से पथराव करते रहे। तीन बसों में भी तोड़फोड की। इनमें आग लगाने का प्रयास भी किया गया। एसएसपी अखिल कुमार व एएसपी पश्चिम परेश पाण्डेय भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुँचे। नाराज वकीलों व पुलिस अधिकारियों के बीच तीखी कहासुनी हुई। हालात बिगड़ते देख आरएएफ भी बुला ली गई। एसएसपी ने दोषी परिवहन कर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन देकर मामले को शांत कराया। पुलिस के मुताबिक दोनों पक्षों की आेर से रिपोर्ट दर्ज की जा रही है। मंगलवार को कैसरबाग के अवध डिपो स्थित बस अड्डे से दिनभर बसों का संचालन नहीं हो सका।