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जल्द सच होगा नृसिंह अवतार!

जीवन रचने का गुर धीरे-धीरे वैज्ञानिकों के हाथ में आ रहा है। यूरोप में ऐसा भ्रूण रचा गया है, जिसका एक भाग मानव का है तो दूसरा भाग जानवर का है। यानी जल्द ही भारतीय पौराणिक कथाआें का नृसिंह अवतार आधुनिक...

 जल्द सच होगा नृसिंह अवतार!
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 15 Mar 2009 01:00 PM
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जीवन रचने का गुर धीरे-धीरे वैज्ञानिकों के हाथ में आ रहा है। यूरोप में ऐसा भ्रूण रचा गया है, जिसका एक भाग मानव का है तो दूसरा भाग जानवर का है। यानी जल्द ही भारतीय पौराणिक कथाआें का नृसिंह अवतार आधुनिक दुनिया में सच साबित हो सकता है। वैसे तो ब्रिटेन के न्यूकैसेल विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों के हुनर का यह कमाल क्लोनिंग तकनीक का ही हिस्सा है, लेकिन इस तरह के संकर भ्रूण ने चिकित्सा विज्ञान के लिए नए रास्ते खोल दिए हैं। साथ ही इसने स्तंभ कोशिकाआें का नया स्रेत भी दे दिया है। इस संकर भ्रूण में डीएनए मानव का और बाकी हिस्सा गाय का है। हालाँकि यह भ्रूण सिर्फ तीन दिन जी सकता है। इस शोध का नेतृत्व करने वाले डॉ. लाइल आर्म्सस्ट्रांग का कहना है कि मानव भ्रूण कोशिका से निकाले गए डीएनए को गाय के गर्भाशय से लिए गए अण्डाणु में प्रवेश कराया गया। गाय के अण्डाणु में से पहले ही उसका डीएनए निकाल दिया गया था, जो गाय के गुणों को एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक पहुँचाता है। न्यूकैसेल विवि. के प्रवक्ता प्रो. जॉन बर्न का कहना है कि यह शोध पूरी तरह ‘नैतिक पैमाने’ पर खरा उतरता है। उन्होंने कहा कि ऐसा कोई इरादा नहीं है कि भ्रूण को जीवन दिया जाए। इस शोध का लक्ष्य सिर्फ जीन्स के नए-नए उपयोग खोजना है। उन्होंने कहा कि इस शोध का लाइसेंस हमें पहले ही मिल चुका है। हम सिर्फ कोशिकाआें पर काम कर रहे हैं, उन्हें आगे विकसित करने का कोई इरादा नहीं है। इन संकर भ्रूणों को किसी के गर्भाशय में नहीं डाला जाएगा। प्रो. बर्न ने कहा कि शोध का अगला चरण भ्रूण को छह दिन के लिए जीवित रखना है, जिससे उनसे स्तंभ कोशिकाएँ निकाली जा सकें। ब्रिटेन की संसद में जल्द ही इस तरह के शोध पर विधेयक प्रस्तुत होने वाला है। हालाँकि प्रधानमंत्री गार्डन ब्राउन को अपनी ही कैबिनेट में विरोध का सामना करना पड़ रहा है।

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