प्रवक्ताओं के चयन की नई प्रक्रिया मई से
प्रदेश के अनुदानित महाविद्यालयों के प्रवक्ताओं के लिए प्रदेश में नई चयन प्रक्रिया मई से लागू होगी। इसके लिए राज्य सरकार जल्द ही प्रवक्ताओं का चयन करने वाले उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग की चयन प्रक्रिया...
प्रदेश के अनुदानित महाविद्यालयों के प्रवक्ताओं के लिए प्रदेश में नई चयन प्रक्रिया मई से लागू होगी। इसके लिए राज्य सरकार जल्द ही प्रवक्ताओं का चयन करने वाले उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग की चयन प्रक्रिया में संशोधन करने जा रही है। संशोधित प्रक्रिया के तहत अनुदानित महाविद्यालयों में प्रवक्ता बनने के इच्छुक अभ्यर्थियों को अब साक्षात्कर से पहले लिखित परीक्षा भी देनी होगी।ड्ढr इस फेरबदल के पीछे सरकार का उद्देश्य महाविद्यालयों के प्रवक्ता पदों के चयन में भाई-भतीजावाद किए जाने के आरोपों को विराम देना है। प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री राकेश धर त्रिपाठी ने इस बदलाव की पुष्टि की।ड्ढr उच्च शिक्षा मंत्री ने बताया कि चयन प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के उद्देश्य से लिखित परीक्षा को भी शामिल करने का निर्णय लिया गया है। आयोग इस बार में एक प्रस्ताव राज्य सरकार के पास भेज चुका है। श्री त्रिपाठी ने कहा कि नई व्यवस्था को मई से लागू कर दिए जाने की तैयारी है। अनुदानित महाविद्यालयों में प्रवक्ता पद के रिक्त पदों के लिए आयोग मई में जो विज्ञापन प्रकाशित करगा उसमें नई व्यवस्था के जरिए चयन करने का उल्लेख होगा।ड्ढr प्रदेश के अनुदानित महाविद्यालयों में प्रवक्ता पद के चयन के लिए राज्य सरकार ने लगभग 25 वर्षो पूर्व उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग का गठन किया था। तब से अब तक आयोग केवल साक्षात्कार के जरिए प्रवक्ताओं का चयन करता है। मौजूदा चयन प्रक्रिया पर कई बार उँगलियाँ भी उठ चुकी हैं। संशोधित नई व्यवस्था में प्रवक्ता पद के लिए आयोग पहले लिखित परीक्षा आयोजित करगा। उसमें उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को ही साक्षात्कार के लिए बुलाएगा। लिखित परीक्षा और साक्षात्कार में प्राप्त अंकों के जोड़ से तय मेरिट के आधार पर ही प्रवक्ता पद के लिए अभ्यर्थियों का चयन किया जाएगा। प्रदेश में लगभग पाँच सौ अनुदानित महाविद्यालय हैं जिनके लिए आयोग प्रवक्ताओं का चयन करता है।ं