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कांग्रेस, बीजेपी और आप के चुनावी पिटारे में बिजली का तीर

भाजपा उम्मीदवार किरण बेदी को घेरने के लिए ‘आप’ शनिवार से हल्ला बोल अभियान शुरू करेगी। इस अभियान का शीर्षक होगा, ‘ईमानदार केजरीवाल बनाम मौकापरस्त बेदी’। सभी माध्यमों के जरिए...

कांग्रेस, बीजेपी और आप के चुनावी पिटारे में बिजली का तीर
लाइव हिन्दुस्तान टीमFri, 23 Jan 2015 10:25 PM
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भाजपा उम्मीदवार किरण बेदी को घेरने के लिए ‘आप’ शनिवार से हल्ला बोल अभियान शुरू करेगी। इस अभियान का शीर्षक होगा, ‘ईमानदार केजरीवाल बनाम मौकापरस्त बेदी’। सभी माध्यमों के जरिए अभियान का प्रचार किया जाएगा। इसमें आरोप-प्रत्यारोपों के अलावा सवाल जवाब भी रहेंगे।

दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा की तरफ से किरण बेदी को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाए जाने के बाद आम आदमी पार्टी ने यह खास रणनीति तैयार की है। इसमें दिल्ली भाजपा नेतृत्व के अलावा केंद्र सरकार भी आप के निशाने पर रहेगी। लोगों को बताया जाएगा कि केंद्र में भाजपा की सत्ता होने के बावजूद दिल्ली के लिए कुछ नहीं किया गया। भाजपा के वे चुनींदा नेता भी इस अभियान का हिस्सा बनेंगे, जो सांप्रदायिकता और महिलाओं बाबत दिए गए अपने अटपटे बयानों की वजह से चर्चा में रहे हैं। इनमें ज्यादा बच्चाे पैदा करना और महिलाओं को जींस न पहनने की सलाह, जैसे बयान शामिल हैं। बाद में पार्टी के बड़े नेताओं द्वारा उन बयानों का खंडन या उनके किनारा करना, यह विरोधभास भी जनता के सामने रखा जाएगा। किरण बेदी के बारे में आप के कई सवाल रहेंगे। अभियान के जरिए बेदी से पूछा जाएगा कि वे लोगों को बताएं, उन्होंने चुनाव से महज तीन सप्ताह पहले ही भाजपा क्यों ज्वाइन की है। उनके पास सात-आठ माह का समय था। क्या इसमें बेदी की मौकापरस्ती नहीं झलकती है। वे मुख्यमंत्री बनाए जाने का आश्वासन मिलने के बाद ही भाजपा में आई हैं। इसके बाद उन्होंने अपने लिए सबसे सुरक्षित सीट क्यों चुनी। यदि उन्हें खुद पर भरोसा था तो वे नई दिल्ली सीट से अरविंद केजरीवाल के खिलाफ चुनाव मैदान में क्यों नहीं उतरी।

लोगों के सामने यह बात भी रखी जाएगी कि आम आदमी पार्टी ने पिछले चुनाव में किरण बेदी के सामने मुख्यमंत्री पद की पेशकश की थी। उन्होंने आप के इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया था। आप का कहना है कि बेदी को उस वक्त यह भरोसा नहीं था कि आप को दिल्ली में इतनी सीटें मिल जाएंगी। यही वजह थी कि उन्होंने आप में शामिल होने से साफ इन्कार कर दिया। अब उन्हें लगा कि केंद्र में भाजपा की सरकार है और ऐसे में वे राजनीतिक फायदा ले सकती हैं। भाजपा द्वारा उन्हें मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने की शर्त मानने के बाद ही वे दिल्ली के चुनाव में उतरी हैं। इस अभियान के पोस्टर आटो और दूसरे सभी सार्वजनिक स्थानों पर लगाए जाएंगे। सोशल मीडिया पर भी इसका जबरदस्त प्रचार होगा। इसके अलावा रोड शो और घर द्वार कार्यक्रम के तहत आप वालंटियर इन तथ्यों को लोगों तक पहुंचाएंगे।


आप करेगी बिजली बिल आधा
आम आदमी पार्टी ने सस्ती बिजली को अपने प्रचार का मुख्य हिस्सा बनाया है। पार्टी के संयोजक अपनी सभी सभाओं में सीधे बिजली बिल आधा करने का वायदा कर रहे हैं। अपनी 49 दिनों की सरकार में बिजली बिल आधा करने के लिए उठाए गए कदमों का हवाला वे देते हैं।

भाजपा कर रही एलईडी लाइट पर भरोसा
भाजपा भी लोगों को सस्ती बिजली उपलब्ध कराने का वायदा कर रही है। रामलीला मैदान की रैली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एलईडी लाइट के इस्तेमाल से बिजली कम खर्च होने की बात कही थी। जबकि, हाल ही में पार्टी ने बिजली बिल आधा करने का वायदा किया है। इसमें भी एलईडी लाइट को किश्तों में उपलब्ध कराने की बात कही गई है।

कांग्रेस ने किया सबसे सस्ती बिजली का वायदा
दो सौ यूनिट तक की बिजली डेढ़ रुपये प्रति यूनिट में उपलब्ध कराने की बात कहकर कांग्रेस ने एक तरह से सबसे सस्ती बिजली का वायदा किया है। बिजली सस्ती कैसे की जाएगी, इस बारे में पूछने पर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली कहते हैं कि इसके लिए पूरा होमवर्क किया जा चुका है। ऊर्जा मंत्रलय संभाल चुके चार मंत्री इसकी रूपरेखा तैयार कर चुके हैं। हालांकि, इसका खुलासा उन्होंने नहीं किया। 

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