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नीतीश से बढ़िया सीएम कोई नहीं हो सकताः मांझी

मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने सोमवार को कहा कि बिहार में नीतीश कुमार से बढ़िया मुख्यमंत्री कोई नहीं हो सकता है। यह सच है क्योंकि नीतीश कुमार ने काम करके दिखाया है। जदयू में मैं पहला व्यक्ति रहूंगा जो...

नीतीश से बढ़िया सीएम कोई नहीं हो सकताः मांझी
लाइव हिन्दुस्तान टीमMon, 12 Jan 2015 06:43 PM
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मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने सोमवार को कहा कि बिहार में नीतीश कुमार से बढ़िया मुख्यमंत्री कोई नहीं हो सकता है। यह सच है क्योंकि नीतीश कुमार ने काम करके दिखाया है। जदयू में मैं पहला व्यक्ति रहूंगा जो अगले मुख्यमंत्री के रूप में नीतीश कुमार के नाम का प्रस्ताव करेगा।

हाल ही में मेरे हटाए जाने की बात सरकार को अस्थिर किए जाने के कुचक्र के तहत फैलाई गई। दरअसल सूबे के अनुसूचित जाति, महादलित और अति पिछड़ा समाज के लोगों को मेरे मुख्यमंत्री बनने से यह लगा है कि उनका आदमी ही सीएम है। अनुसूचित जाति और महादलित समाज के वोटों पर पंजा मारने वाले लोगों को मेरे आने से नुकसान है। इनका वोट अब मेरे साथ है।

मांझी जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम के बाद संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे। मांझी ने कहा कि जिस दिन नीतीश कुमार जनता दल परिवार के दलों के विलय के लिए दिल्ली जा रहे थे उस दिन उन्होंने यह कहा था कि मांझी के भविष्य पर मैं कैसे बोल सकता हूं। नीतीश कुमार एक अनुभवी नेता हैं, इसलिए उन्होंने ऐसा कहा। अगर वह मेरे बारे में कुछ कहते तो विलय की प्रक्रिया पर असर पड़ता क्योंकि विलय के बाद अकेले नीतीश कुमार नहीं दूसरे नेता भी बोलेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे आने से दलित और महादलित समाज के लोगों की अपेक्षाएं बढ़ी हैं। इसलिए अपने समाज के लोगों के बीच मैं यह कहता हूं कि अगर अगला मुख्यमंत्री कोई महादलित होगा तो अच्छा होगा। यह समाज काफी पीछे है। इसे आगे बढ़ाना जरूरी है।

मांझी ने कहा- कहा भी गया है कि मंझधार में नौका तो मांझी ही पार लगाता है। चुनाव के बाद महागठबंधन देश और काल के हिसाब से किसे अपना नेता चुनता है यह बाद की बात है। यह विलय में शामिल दलों पर भी निर्भर करेगा।

पीएम ने बीस हजार करोड़ दे दिया तो उन्हें धन्यवाद देंगे
मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि वह बिहार के लिए काफी कुछ करना चाहते हैं पर अर्थसंकट है। इसी को ध्यान में रख उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने का समय मांगा है। अगर प्रधानमंत्री ने बीस हजार करोड़ बिहार को दे दिए तो मैं उन्हें धन्यवाद दूंगा। टोला सेवक, मिड डे मिल बनाने वाले रसोइया व नियोजित शिक्षकों की समस्याएं दूर होंगी। अगर प्रधानमंत्री को बिहार से सहानुभूति होगी तो हमें उनसे हाथ मिलाने में परहेज नहीं।

एक टर्म और लड़ूंगा, फिर संन्यास
मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि उन्होंने अपने स्तर पर यह सिद्धांत दिया कि सामाजिक कार्यकर्ता को 75 वर्ष की उम्र तक सक्रिय राजनीति में रहना चाहिए और फिर संन्यास ले लेना चाहिए। अभी उनकी उम्र 70 वर्ष है। जनहित और राज्य हित में अगर जरूरी हुआ तो वह एक टर्म और चुनाव लड़ेंगे और उसके बाद राजनीति से संन्यास ले लेंगे। पचहत्तर के बाद तो वह किसी भी सूरत में राजनीति में नहीं रहेंगे।

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