लौहनगरी से गहरा संबंध रहा है अटल जी का
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जमशेदपुर से गहरा संबंध रहा है। 1960 से 1990 के दशक में लौहनगरी में चुनावी और आमसभाओं के क्रम में दर्जनभर बार शहर आए वाजपेयी जी के प्रशंसक भी कम नहीं हैं।...
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जमशेदपुर से गहरा संबंध रहा है। 1960 से 1990 के दशक में लौहनगरी में चुनावी और आमसभाओं के क्रम में दर्जनभर बार शहर आए वाजपेयी जी के प्रशंसक भी कम नहीं हैं। केंद्र सरकार द्वारा अटलजी को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न देने के निर्णय से शहर के जनसंघी और भाजपा समर्थकों में खुशी की लहर है।
स्वच्छ छवि बेमिसाल
अटलजी के कार्यक्रम में अग्रणी रहने वाली विमला प्रधान, मधुमिता मेहता और कल्याणी शरण गौरव महसूस करती हैं कि उनकी स्वच्छ छवि बेमिसाल रही है। सांप्रदायिकता का आरोप नहीं लगा। वे हर दिल अजीज नेता हैं। भाजपा नेता जेएन सिंह, अनिल वर्मा, अजय श्रीवास्तव, सीताकांत पांडेय और मनमोहन चौधरी बताते हैं कि पाकिस्तान से बेहतर संबंध भी अटलजी ने बनाए।
सबके प्रिय हैं अटलजी
अटलजी के करीब रहे जुगसलाई निवासी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े महेंद्र जैन ने कहा है कि देश के अनमोल रत्न वाजपेयी के साथ बिताये पलों को याद करके वे गौरान्वित महसूस करते हैं। अपनी कार से 1978-79 में रांची से जमशेदपुर और 1985-86 में सोनारी एयरपोर्ट से आमबगान मैदान सभा पहुंचाने वाले महेंद्र जैन इसे जीवन का गौरवपूर्ण क्षण मानते हैं।
पहले ही मिल जाना था
महेंद्र जैन ने बताया कि भाजपा के संस्थापक अटल बिहारी वाजपेयी को भारत रत्न काफी पहले मिल जाना चाहिए था। जुगसलाई निवासी महेश चंद्र शर्मा ने बताया कि अटलजी की देश सेवा का कोई सानी नहीं है। उन्होंने अपना पूरा जीवन देश की सेवा में लगा दिया। यहां तक कि परिवार को भी त्याग दिया। अटलजी द्वारा दिए गए अलग झारखंड के तोहफे से हम सभी कृतज्ञ हैं।
जेआरडी टाटा को भी मिल चुका है भारत रत्न
भारत के प्रमुख उद्योगपति जेआरडी टाटा को वर्ष 1992 में भारत रत्न अवार्ड मिला था।