फोटो गैलरी

Hindi Newsजदयू-राजद के विलय के आसार बढ़े

जदयू-राजद के विलय के आसार बढ़े

जदयू और राजद की डोर और मजबूत होगी। जल्द ही दोनों दलों का विलय संभव है। पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक हुए दल का नेता घोषित किए जाने की संभावना है। कुमार के नेतृत्व में विधानसभा का अगला चुनाव...

जदयू-राजद के विलय के आसार बढ़े
लाइव हिन्दुस्तान टीमFri, 12 Dec 2014 01:22 AM
ऐप पर पढ़ें

जदयू और राजद की डोर और मजबूत होगी। जल्द ही दोनों दलों का विलय संभव है। पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक हुए दल का नेता घोषित किए जाने की संभावना है। कुमार के नेतृत्व में विधानसभा का अगला चुनाव लड़ा जाएगा। लालू प्रसाद और शरद यादव मार्गदर्शक की भूमिका निभा सकते हैं। विलय की प्रक्रिया और नए दल के स्वरूप को लेकर शीर्ष स्तर पर कवायद जारी है।

2015 बिहार में विधानसभा चुनाव का वर्ष होगा। संभव है जदयू-राजद का एकीकृत दल मकर संक्राति के बाद आकार ले। प्रदेश जदयू अध्यक्ष बशिष्ठ नारायण सिंह ने भी इसकी पुष्टि की। उन्होंने कहा कि विलय होगा और इसके लिए प्रक्रिया तेज हो चुकी है। मुमकिन है कि दोनों दलों के एक होने के बाद राजद के कुछ स्थापित चेहरे मंत्रिमंडल में नजर आएं।

विधायक दल के नेता अब्दुलबारी सिद्दीकी समेत राजद के कुछ और नेताओं को सरकार में महत्वपूर्ण जिम्मा दिया जा सकता है। हालांकि इस बारे में पूछे जाने पर प्रदेश जदयू अध्यक्ष ने साफतौर पर तो कुछ नहीं कहा लेकिन यह जरूर स्वीकारा कि दोनों दलों के एकजुट होने के बाद फिर सबलोग मिलकर सरकार चलाएंगे।

जदयू की सरकार को अभी भी राजद और कांग्रेस का समर्थन प्राप्त है। हालांकि जदयू-राजद के विलय के बाद कांग्रेस के साथ नए दल का संबंध क्या होगा, यह फिलहाल साफ नहीं है। बिहार विधानसभा के उप चुनाव में जदयू-राजद और कांग्रेस के महागठबंधन को राज्य की जनता का अच्छा समर्थन मिला। उसके बाद से ही पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव पुराने जनता परिवार के बिछुड़े दलों और साथियों को एकजुट करने में लग गए।

इसको लेकर दिल्ली में दो-तीन बैठकें हो चुकी हैं। हाल ही में सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव के आवास पर छह समाजवादी और जनता परिवार से जुड़े दलों की बैठक के बाद पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बैठक में एकजुटता और मर्जर पर भी सहमति बनी। उसके बाद ही जदयू-राजद के विलय की प्रक्रिया में और तेजी आने की खबर है।

उधर, राष्ट्रीय जनता दल के विधायक दल के नेता अब्दुलबारी सिद्दीकी ने कहा कि राजद व जदयू के बीच विलय को लेकर कोई समस्या नहीं है। जनता दल परिवार के पुराने लोग एक प्लेटफॉर्म पर आने की आवश्यकता महसूस कर रहे है। विलय या गठबंधन को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर मुलायम सिंह यादव को अधिकृत कर किया गया है। जहां तक सरकार में शामिल होने की बात है, पार्टी फिलहाल जदयू सरकार को बिना शर्त समर्थन दे रही है। जब पार्टी एक हो जाएगी तो सरकार में भी हम शामिल हो जाएंगे।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें