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समुद्री आतंकवाद का मुहतोड़ जवाब देगी नौसेना

नौसेना प्रमुख आर.के. धोवन ने कहा है कि समुद्र के रास्ते आतंकी खतरा बढ़ रहा है। कई आतंकवादी समूहों की नजर समुद्री सीमाओं पर है। उनके कई गुट समुद्र में उतर चुके हैं। उन्होंने कहा कि इस खतरे से निपटने के...

समुद्री आतंकवाद का मुहतोड़ जवाब देगी नौसेना
लाइव हिन्दुस्तान टीमThu, 04 Dec 2014 01:23 AM
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नौसेना प्रमुख आर.के. धोवन ने कहा है कि समुद्र के रास्ते आतंकी खतरा बढ़ रहा है। कई आतंकवादी समूहों की नजर समुद्री सीमाओं पर है। उनके कई गुट समुद्र में उतर चुके हैं। उन्होंने कहा कि इस खतरे से निपटने के लिए भारतीय नौसेना पूरी तरह से तैयार है।

नौसेना दिवस की पूर्व संध्या पर धोवन ने कहा कि नौसेना के पास इस संबध में कई खुफिया सूचनाएं हैं जो यह संकेत दे रही हैं कि आतंकियों की नजर समुद्र पर है। पिछले दिनों पाकिस्तानी नौसेना के एक पोत के आतंकियों द्वारा अपहरण का प्रयास किए जाने के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने यह बात कही। यह पूछने पर कि नौसेना ने इस संभावना पर गौर किया कि आईएनएस जुल्फिकार पर हमले के बाद क्या उस पर जिहादी समूह सवार थे तो धोवन ने कहा, हम उस पहलू पर भी गौर कर रहे हैं। साथ ही इस घटना को नौसेना ने बेहद गंभीरता से लिया है तथा हम बदले माहौल में नए सिरे से सोच रहे हैं।

मानवीय भूल भी संभव
नौसेना ने आखिरकार स्वीकार किया है कि आईएनएस सिंधुरक्षक में हुए विस्फोट के लिए कई अन्य तकनीकी कारणों के अलावा मानवीय चूक भी जिम्मेदारी हो सकती है। इस विस्फोट में 18 नौसैनिक मारे गए थे। धोवन ने कहा कि पनडुब्बी अपने आप में खतरनाक प्लेटफॉर्म है क्योंकि यहां विस्फोटक, ईंधन और काफी उपकरण होते हैं। ऐसे में जब प्रक्रियाओं का पालन नहीं किया जाता है तो गलती की ज्यादा गुंजाइश रहती है। सिंधुरक्षक पनडुब्बी हादसा 14 अगस्त 2013 को हुआ था। रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने पिछले सप्ताह इस मसले पर संसद में कहा था कि इस मामले में जांच प्रक्रिया पूरी नहीं हुई है। लेकिन अब धोवन ने इसमें मानवीय चूक की संभावना भी व्यक्त की है।  

 

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