नोएडा के अरबपति इंजीनियर का है आगरा कनेक्शन
हिन्दुस्तान एक्सक्लूसिव आगरा स्थित ग्वालियर रोड पर थोड़ा आगे निकलते ही देवरी रोड मिलती है। यहां के नंदपुरा क्षेत्र में कुछ बने-अधबने मकानों के बीच एक आलीशान कोठी खड़ी है। लोग नहीं जानते कि ये कोठी...
हिन्दुस्तान एक्सक्लूसिव
आगरा स्थित ग्वालियर रोड पर थोड़ा आगे निकलते ही देवरी रोड मिलती है। यहां के नंदपुरा क्षेत्र में कुछ बने-अधबने मकानों के बीच एक आलीशान कोठी खड़ी है। लोग नहीं जानते कि ये कोठी किसकी है। ये कोठी भले ही गुमनामियों में खोई रही हो, लेकिन इसका मालिक अब गुमनाम नहीं है। वह हर छोटे बड़े अखबार और टीवी चैनलों की सुर्खी बना हुआ है। वह नाम है अरबपति चीफ इंजीनियर यादव सिंह।
यही है यादव सिंह का आगरा कनेक्शन। आसपास रहने वाले लोग उनके बारे में थोड़ी बहुत जानकारी ही रखते हैं। कोई बताता है कि वो हुब्बलाल इंटर कॉलेज में पढ़े हैं। किसी को यह जानकारी है कि उन्होंने आगरा के ही एक टेक्निकल कॉलेज से इंजीनियरिंग का डिप्लोमा किया है। किसी के पास ये जानकारी है कि उनकी पत्नी आगरा से अपनी सियासी पारी शुरू करने वाली थीं। पहले मेयर और फिर लोकसभा चुनाव के लिए बसपा से उनका नाम चर्चा में रहा, लेकिन बात वहीं खत्म हो गई। लोगों ने उनको नंदपुरा में आखिरी बार एक समारोह में देखा था।
अकूत संपत्ति के मालिक नोएडा के चीफ इंजीनियर यादव सिंह का आगरा से पुराना कनेक्शन है। यूं कहिए नौकरी ज्वाइन करने से पहले वो आगरा में देवरी रोड के नंदपुरा की गलियों का ही हिस्सा हुआ करते थे। उनके पिता यहां ठेकेदारी करते थे। समय ने करवट ली और कुछ सालों में ही वे इन गलियों से कुलांचे भरते हुए सत्ता के गलियारों तक पहुंच गए।
आज भी है पुश्तैनी मकान
यादव सिंह के परिवार का पुश्तैनी मकान आज भी नंदपुरा में है। देवरी रोड से गोपालपुरा जाने वाली गली में यह मकान पंचायती भवन से सटा हुआ है। नजदीक रहने वाले लोगों ने बताया कि कुछ समय पहले इस मकान का कायाकल्प हुआ है। दरवाजे तो बंद थे, मगर मकान की बनावट संपन्नता को बयां कर रही थी। छत पर ग्रीन बिल्डिंग तकनीक का उपयोग इस मकान में प्रतीत हो रहा है।
क्षेत्र का सबसे आलीशान मकान
पुश्तैनी मकान के पास ही अमित नगर में भी यादव सिंह का आलीशान मकान है। नंदपुरा के निवासी दावा करते हैं कि क्षेत्र में इससे महंगी कोठी कोई दूसरी नहीं होगी। फ्लोरिंग से लेकर दीवारों के पेंट तक हर कण में संपन्नता नजर आती है। इस संवाददाता ने मकान की फोटो कैमरे में लेने का प्रयास किया तो कई लोगों ने रोक टोक की। भैया जी से अच्छे संबंध होने की धौंस भी दी। हालांकि पड़ोसी ने मकान मालिक को लंबे अरसे से नहीं देखा है। एकाध रिश्तेदार के आने की बात कुछ लोगों ने स्वीकारी।
एक अस्पताल ही खुलवा देते
इतनी अकूत दौलत को ठाठ-बाठ में खर्च करने की बजाए कोई अस्पताल ही बनवा देते। कम से कम नंदपुरा के गरीबों की दुआ तो मिलती। इस संवाददाता से मुलाकात के दौरान क्षेत्र के एक वरिष्ठ नागरिक ने ये बात कही। उन्होंने कहा कि कहने को यहां तरक्की हो गई है। जमीन दो रुपये से बढ़कर बीस हजार रुपये गज हो गई है, मगर आज भी साफ सुथरे शौचालय नहीं है। शादियों के लिए बारात घर नहीं है।
ससुरालीजन ताला डालकर फरार
नोएडा के अरबपति इंजीनियर यादव सिंह की ससुराल फिरोजाबाद के मोहल्ला दुली में है। घोटाला उजागर होने के बाद पुलिस कार्रवाई के भय के चलते ससुरालीजन ताला डालकर फरार हो गए हैं।
यादव सिंह की शादी 17 साल पहले मोहल्ला दुली की रहने वाली कुसुमलता के साथ हुई थी। कुसुमलता मात्र सातवीं तक पढ़ी लिखी है। वह करोड़ों रुपए के घोटाले में 40 कंपनियों की निदेशक और अरबों की मालकिन है, इसकी जानकारी होते ही मायके के लोग मोहल्ला दुली में अपने मकान में ताला डालकर फरार हो गए। आसपास के लोगों का कहना है कि परिवार के सदस्यों को भय सता रहा था कि कहीं इस मामले में उनको भी पूछताछ के लिए हिरासत में नहीं ले लिया जाए। आसपास के लोग ज्यादा कुछ बोलने से कतरा रहे हैं। कुसुमलता के भाई ने लोगों को बताया था कि बहन के मामले में जो कुछ सामने आ रहा है, उसे लेकर परिवार के सदस्यों को तंग किया जा सकता है, इसलिए वे बाहर जा रहे हैं और मामला ठंडा होने के बाद लौटकर आएंगे।