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भू-माफिया देश की सुरक्षा से कर रहे खिलवाड़

भू-माफियाओं ने सेना की जमीन पर कब्जा और फॉर्म हाउस खड़े करके न केवल करोड़ों रुपये कमाए हैं, बल्कि देश की सुरक्षा के साथ भी खिलवाड़ किया है। नंगला नंगली और नंगली साकपुर गांवों की जमीन सामरिक दृष्टिकोण...

भू-माफिया देश की सुरक्षा से कर रहे खिलवाड़
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 30 Nov 2014 10:42 AM
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भू-माफियाओं ने सेना की जमीन पर कब्जा और फॉर्म हाउस खड़े करके न केवल करोड़ों रुपये कमाए हैं, बल्कि देश की सुरक्षा के साथ भी खिलवाड़ किया है। नंगला नंगली और नंगली साकपुर गांवों की जमीन सामरिक दृष्टिकोण से बेहद महत्वपूर्ण है। खासतौर से आपातकालीन परिस्थितियों में यह जमीन राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के लिए बड़े मायने रखती है। रक्षा संपदा अधिकारी ने प्रशासन को एक गोपनीय पत्र लिख यह जानकारी दी थी।

रक्षा मंत्रालय ने साल 1950 में नंगला नंगली और नंगली साकपुर गांवों की भूमि का अधिग्रहण किया और यह जमीन वायु सेना को ट्रेनिंग रेंज बनाने के लिए दी। वायु सेना को इस जमीन का उपयोग भविष्यगत योजनाओं के लिए भी करना था। जमीन दिल्ली की सीमा से सटी है। इस कारण आपात परिस्थितियों में राजधानी की सुरक्षा के लिए यह जमीन उपयोगी है। लेकिन भू-माफिया ने जमीन पर फॉर्म हाउस खड़े कर दिए। इस बारे में दिल्ली की रक्षा संपदा अधिकारी सुजाता गुप्ता ने 11 जनवरी, 2012 को एक गोपनीय पत्र जिलाधिकारी को लिखा था, जिसमें बताया गया था कि एक परियोजना के लिए जमीन का सवेक्षण किया गया है। सवेक्षण में पता लगा है कि नंगला नंगली और नंगली साकपुर गांवों में सेना की जमीन पर भू-माफिया ने कब्जा कर रखा है। यह गोपनीय पत्र ‘हिन्दुस्तान’ के पास उपलब्ध हैं। दिल्ली के रक्षा संपदा अधिकारी एनवी सत्यनारायण ने कहा ‘यह जमीन हमारे लिए बड़े मायने रखती है। कौन सी जमीन सेना के किस काम आएगी, यह सेना का गोपनीय मामला है।’

कानूनन इस इलाके में प्रवेश करना भी अपराध
नंगला नंगली में अब भी वायु सेना का बोड लगा है। जिस पर लिखा है, यह जमीन वायु सेना की है। इस जमीन के दायरे में घुसना अपराध है। छपरौली गांव के पूव प्रधान चमन सिंह ने बताया कि ‘हमें बचपन में बुजुग बताते थे कि उस बोड के आगे नहीं जाना है। उस तरफ गायों को चराने कोई नहीं जाता था। लेकिन10-15 सालों में यहां सारी जमीन पर भू-माफिया ने कब्जा कर लिया।’

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