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आज है केक का हैप्पी बर्थडे

आपने केक काटकर अपना जन्मदिन कई बार मनाया होगा, पर आज पूरा देश केक का 131वां जन्मदिन मनाएगा। जी हां, देश में केक बनाने की शुरुआत 131 साल पहले 30 अक्टूबर के दिन हुई थी। इतिहासकारों के मुताबिक देश में...

आज है केक का हैप्पी बर्थडे
लाइव हिन्दुस्तान टीमThu, 30 Oct 2014 09:45 AM
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आपने केक काटकर अपना जन्मदिन कई बार मनाया होगा, पर आज पूरा देश केक का 131वां जन्मदिन मनाएगा। जी हां, देश में केक बनाने की शुरुआत 131 साल पहले 30 अक्टूबर के दिन हुई थी। इतिहासकारों के मुताबिक देश में पहला केक एक सदी पूर्व उत्तरी केरल के ऐतिहासिक शहर थलशेरी में एक भारतीय ने बनाया था। केरल के मालाबार क्षेत्र में ममपल्ली बप्पू ने यूरोपीय अधिवासियों से इसकी जानकारी लेकर साल 1883 में स्थानीय सामानों से पहला केक बनाया था।

इस बार इस दिन को यादगार बनाने के लिए केरल बेकर्स एसोसिएशन (केबीए) ने 600 फुट लंबा केक बनाने का फैसला किया है। इसका वजन 3,000 किलो होगा। इसे त्रिशुर के कन्वेंशन सेंटर में बनाया जाएगा। केबीए ने इस मौके पर केक की प्रदर्शनी की योजना भी बनाई है। एसोसिएशन का कहना है कि समारोह का आयोजन ना केवल केरल में बेकर्स की विरासत को याद करने के लिए, बल्कि अर्थव्यवस्था में बेकिंग उद्योग के महत्व से लोगों को रूबरू करवाने के लिए भी किया जा रहा है।

केबीए के प्रदेश अध्यक्ष पीएम शंकरन ने कहा कि शायद केरल दुनिया में अकेली ऐसी जगह है, जहां इतनी बड़ी तादाद में बेकरीज हैं। इसलिए, हमने सोचा कि गौरवशाली अतीत के प्रति जागरुकता फैलाना हमारा कर्तव्य है। हालांकि, बप्पू के वंशज दशकों से इसे परिवारिक स्तर पर मनाते रहे हैं। लेकिन, इस साल एसोसिएशन ने इसे बड़े पैमाने पर मनाने का फैसला किया है। बप्पू परिवार की चौथी पीढ़ी के वंशज एमपी रमेश कोचिन बेकरी के मालिक हैं। इन्होंने ही 3,000 किलो का विशाल केक बनाए जाने की पहल शुरू की है।

इससे पहले भी साल 2012 में 129वें साल के उपलक्ष्य में 353.5 फीट लंबा केक बनाया गया था, जिसमें थलशेरी के महत्वपूर्ण पहलुओं को समेटा गया था। तब इसे लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में जगह मिली थी। इस बार विशाल केक प्रदर्शन के अलावा सांस्कृतिक कार्यक्रम और कुछ अलग तरह के कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे।

मुख्य रूप से सामग्री और पकाने की तकनीक के आधार पर केक को मोटे तौर पर कई श्रेणियों में विभाजित किया जाता है...

खमीर केक सबसे पुराने हैं और काफ़ी हद तक खमीरी रोटी जैसे होते हैं। ऐसे केक पारंपरिक होते हैं और स्टोलन और बब्का जैसी पेस्ट्रियां इनमें शामिल हैं।

नाम के बावजूद चीज़ केक वास्तव में केक नहीं हैं। चीज़ केक वास्तव में कस्टर्ड पाई हैं, जिसमें ज़्यादातर किसी न किसी प्रकार की चीज़ (प्रायः क्रीम चीज़, मैस्करपन, रिकोटा इत्यादि जैसी) का भराव होता है और मैदा न के बराबर होता है। चीज़ केक भी बहुत पुराने हैं, प्राचीन ग्रीस में शहद से मीठे किए गए केक के सबूत मिलते हैं।

स्पंज केक को सबसे पुराना खमीर रहित केक माना जाता है। ऐसे केकों में इतालवी/यहूदी पान डी स्पागना और फ्रेंच जिनोइस होता है। भव्य ऊपरी परत वाले अत्याधिक सजाए हुए स्पंज केक को कभी कभी गैटू कहा जाता है, जो कि केक शब्द का फ्रेंच पर्याय है।

केक को अक्सर उनके भौतिक रूप के अनुसार कई आकारों में बांटा जाता है

बंट केक
केक बॉल्स
शंकु वाले जैसे क्रॉकएनबॉश
कप केक और मैडिलीन
तह वाला केक, जो अक्सर स्प्रिंगफ़ॉर्म पैन में पकाया और सजा हुआ होता है
शीट केक, शीट पैन में पका हुआ सरल, समतल, आयताकार केक
स्विस रोल केक

83,000 में नीलाम हआ शाही 'शादी का केक'

ब्रिटेन के प्रिंस चार्ल्स और राजकुमारी डायना की 'शादी के केक' का 33 साल पुराना टुकड़ा हाल ही में लगभग 1,375 डॉलर यानी लगभग 83,000 रुपए में नीलाम हुआ था। इस केक को मूल बॉक्स में सुरक्षित रखा गया था। एक अमेरिकी नीलामी घर की तरफ़ से इसकी ऑनलाइन बिक्री की गई। इस बॉक्स में 1981 की शादी का कार्ड रखा हुआ है। अप्रैल में ड्यूक और डचेज़ ऑफ़ कैंब्रिज की शादी का केक एक नीलामी में लगभग 420 पाउंड यानी लगभग 42,000 रुपये में बिका था।

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