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डायबिटीज में फलों से परहेज जरूरी नहीं

डायबिटीज के मरीजों को केले, अंगूर, आम, लीची और सेब जैसे फलों से परहेज करने की सलाह दी जाती है। इन फलों में मौजूद कार्बोहाइड्रेट, मसलन फ्रक्टोज और सुक्रोज, खून में शुगर के स्तर में इजाफा करते हैं।...

डायबिटीज में फलों से परहेज जरूरी नहीं
लाइव हिन्दुस्तान टीमWed, 15 Oct 2014 10:04 AM
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डायबिटीज के मरीजों को केले, अंगूर, आम, लीची और सेब जैसे फलों से परहेज करने की सलाह दी जाती है। इन फलों में मौजूद कार्बोहाइड्रेट, मसलन फ्रक्टोज और सुक्रोज, खून में शुगर के स्तर में इजाफा करते हैं। हालांकि मुंबई की मशहूर आहार विशेषज्ञ चारमाइन डिसूजा ने अपनी नई किताब ‘ब्लड शुगर एंड स्पाइस : लिविंग विद डायबिटीज’ में स्वस्थ तन-मन के लिए फलों के सेवन को जरूरी बताया है।

बकौल डिसूजा, ‘फल शरीर में जरूरी विटामिन, मिनरल, एंटीऑक्सीडेंट और फाइबर की आपूर्ति करते हैं। इसलिए डायबिटीज के मरीजों को रोज कम से कम फल की एक खुराक जरूर लेनी चाहिए।

फिर चाहे उस फल में फ्रक्टोज और सुक्रोज ही क्यों न हो।’ उन्होंने कहा कि फल की खुराक में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा 15 ग्राम से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। एक छोटे सेब, आधे केले, 120 ग्राम चेरी, 80 ग्राम चीकू, आधे मौसमी, एक छोटी कटोरी अंगूर, एक मध्यम आकार के अमरूद या नाशपाती, 6 लीची, एक संतरे, 140 ग्राम पपीते, 80 ग्राम आम, 100 ग्राम अन्ननास, 180 ग्राम स्ट्रॉबेरी, 3 आलूबुखारा और 200 ग्राम खरबूजे में इतनी ही मात्रा में कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है। डायबिटीज रोगी अपनी सुविधा और पसंद के अनुसार रोज इनमें से किसी एक या दो फल का सेवन कर सकते हैं।

प्रोटीन
रोग प्रतिरोध क्षमता बढ़ाने, हड्डियों-मांसपेशियों को मजबूत बनाने और मांसपेशियों को ऊर्जा प्रदान करने के लिए प्रोटीन बेहद अहम माना जाता है। दूध, दही, पनीर, चीज, अंडा, बादाम, मछली, चिकेन, दाल, बींस, सोयाबीन, अंकुरित अनाज और दलिया प्रोटीन के बेहतरीन स्रेत हैं। किडनी दुरुस्त हो तो डायबिटीज रोगियों को 15 से 20 फीसदी कैलोरी प्रोटीन युक्त आहार से हासिल करनी चाहिए।

फैट
विटामिन ए, डी, ई और के सोखने की शरीर की क्षमता बढ़ाने तथा प्रोजेस्ट्रॉन, एस्ट्रोजेन और टेस्टोस्टेरॉन हार्मोन का उत्पादन सुनिश्चित करने के लिए फैट युक्त आहार लेना जरूरी है। तेल, मक्खन, मेयोनीज, क्रीम और एवोकाडो जैसे फैटी उत्पाद ब्लड शुगर नहीं बढ़ाते। अलबत्ता ये खाना पचाने की गति धीमी कर देते हैं। इससे व्यक्ति को लंबे समय तक भूख नहीं लगती और वह कम कैलोरी लेता है। बिस्किट, चिप्स और फास्टफूड के सेवन से बचें।

इनका सेवन भी जरूरी

खाने के साथ न खाएं
खाने से पहले, बाद या उसके साथ फल खाने पर खून में तेजी से बढ़ता है ग्लूकोज का स्तर
इसलिए स्नैक्स के तौर पर खाएं फल

फ्रूट जूस के सेवन से बचें
फ्रूट जूस में शरीर को फ्रक्टोज सोखने से रोकने वाले फाइबर की मात्रा होती है बेहद कम
इसलिए ब्लड शुगर काबू में रखने के लिए विशेषज्ञ समूचा फल खाने की ही देते हैं सलाह

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