कणकवली में अपने काम के कारण पाई उम्मीदवारी: नीतेश राणे
कणकवली निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस के उम्मीदवार नीतेश राणे ने कहा कि उन्होंने महाराष्ट्र विधानसभा के लिए अपनी उम्मीदवारी पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे का पुत्र होने की वजह से नहीं बल्कि अपने काम के...
कणकवली निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस के उम्मीदवार नीतेश राणे ने कहा कि उन्होंने महाराष्ट्र विधानसभा के लिए अपनी उम्मीदवारी पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे का पुत्र होने की वजह से नहीं बल्कि अपने काम के कारण हासिल की है। 32 वर्षीय राणे ने कहा कि उन्होंने लोगों के लिए काम किया है जिसकी वजह से उन्हें टिकट दिया गया है।
उन्होंने कहा कि मैं वर्ष 2009 में कणकवली से (विधानसभा चुनाव) लड़ सकता था लेकिन मुझे कुछ और समय चाहिए था। मैंने युवाओं के लिए रोजगार पैदा करने के उद्देश्य से अपने संगठन स्वाभिमान के माध्यम से काम किया। मेरे पिता ने वर्ष 2009 में रविंद्र फाटक को टिकट दे दिया।
नीतेश ने कहा कि उनके पास कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता है। उन्होंने कहा कि उम्मीदवार का मतदाताओं के साथ जुड़ाव बेहद महत्वपूर्ण है और वह यही करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह धारणा गलत है कि नारायण राणे को उनके सहयोगियों ने अकेला छोड़ दिया है इसलिए वे अपने बेटों पर अधिक निर्भर हैं।
नीतेश ने कहा, रविंद्र पाठक को 2009 में कणकवली से टिकट दिया गया था जबकि राजन तेली को विधायक बनाया गया था। उन्हें वह दिया गया जिसके वह हकदार थे। लेकिन असुरक्षा की भावना के चलते मेरे पिता के सहयोगियों ने मेरे परिवार और स्थानीय नेताओं के बीच तनाव पैदा किया।