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मोहन भागवत के भाषण को दूरदर्शन पर दिखाने को लेकर उठा विवाद

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत के विजयदशमी भाषण को दूरदर्शन पर दिखाए जाने को लेकर विवाद शुरू हो गया है। कांग्रेस और वामपंथी दलों इसे सरकारी चैनल का दुरुपयोग करार दिया है। लेकिन...

मोहन भागवत के भाषण को दूरदर्शन पर दिखाने को लेकर उठा विवाद
लाइव हिन्दुस्तान टीमSat, 04 Oct 2014 01:09 AM
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राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत के विजयदशमी भाषण को दूरदर्शन पर दिखाए जाने को लेकर विवाद शुरू हो गया है। कांग्रेस और वामपंथी दलों इसे सरकारी चैनल का दुरुपयोग करार दिया है। लेकिन भाजपा ने इसका बचाव किया।

कांग्रेस प्रवक्ता संदीप दीक्षित ने करीब घंटे भर के इस प्रसारण को एक खतरनाक परंपरा बताया। उन्होंने कहा कि आरएसएस एक विवादास्पद संगठन है। यह कोई ऐसा संगठन नहीं है जो पूरी तरह से निष्पक्ष हो। यह सरकार का एक राजनीतिक फैसला है। कांग्रेस नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा, हमारी राष्ट्रीय आकांक्षाओं के मामले में हम आरएसएस के रिकॉर्ड को संदेह से परे नहीं मानते।

माकपा ने कहा, आरएसएस इस अवसर का इस्तेमाल अपनी हिन्दुत्व की विचारधारा को फैलाने के लिए करता है। राष्ट्रीय सार्वजनिक प्रसारक को आरएसएस जैसे संगठन के प्रमुख के भाषण को सीधा प्रसारित नहीं करना चाहिए था।  भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने भी भागवत के भाषण को सीधा प्रसारित किए जाने की निंदा की और कहा कि यह सरकारी प्रसारक का दुरुपयोग है। भाकपा के महासचिव डी राजा ने कहा, सरकार और खासकर सूचना एवं प्रसारण मंत्रलय को दूरदर्शन को आरएसएस का मुख्यपत्र बनने की इजाजत देने के लिए जनता को स्पष्टीकरण देना चाहिए।


सबसे पहले दर्ज कराया विरोध
इतिहासकार रामचन्द्र गुहा ने भाषण के प्रसारण को लेकर सबसे पहले ट्वीट कर विरोध जताया। गुहा ने कहा, इस नग्न सरकारी बहुसंख्यकवाद का विरोध होना चाहिए। यह सीधा प्रसारण सरकारी मशीनरी का एक खतरनाक दुरुपयोग है। आरएसएस एक कट्टरपंथी हिन्दू इकाई है। अगली बार मस्जिद के इमाम और चर्च के पादरी कह सकते हैं कि दूरदर्शन उनके संबोधनों को सीधा प्रसारित करे।


भाजपा ने किया बचाव
भागवत के भाषण के प्रसारण का बचाव करते हुए भाजपा की शाइना एन.सी. ने कहा, आरएसएस एक मात्र राष्ट्रवादी संगठन है जो भारत सबसे पहले  (इंडिया फस्र्ट) में विश्वास करता है। साथ ही देश को व्यक्तिगत हित से ऊपर मानता है।


दूरदर्शन की सफाई
इस पूरे विवाद पर दूरदर्शन ने सफाई दी है। दूरदर्शन की महानिदेशक (समाचार) अर्चना दत्त ने कहा, यह हमारे लिए महज किसी अन्य समाचार से जुड़े कार्यक्रम की तरह ही था। इसलिए हमने इसे कवर किया। दत्त ने कहा, इसके लिए कोई विशेष व्यवस्था नहीं की गई थी। राज्य में चुनाव को कवर करने के लिए उपयोग किए जा रहे कई डिजिटल सैटेलाइट न्यूज गैदरिंग वैन (डीएसएनजी) में से एक का उपयोग इस समारोह के लिए किया गया। 

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