स्वर्ण और ओलंपिक टिकट के लिये भिड़ेंगे भारत-पाक
एशिया महाद्वीप की दो दिग्गज और चिर प्रतिद्वंद्वी टीमें भारत तथा पाकिस्तान गुरुवार को इंचियोन एशियाई खेलों की पुरुष हॉकी प्रतियोगिता के फाइनल में जब आमने सामने होंगी तो उनका एक ही लक्ष्य होगा स्वर्ण...
एशिया महाद्वीप की दो दिग्गज और चिर प्रतिद्वंद्वी टीमें भारत तथा पाकिस्तान गुरुवार को इंचियोन एशियाई खेलों की पुरुष हॉकी प्रतियोगिता के फाइनल में जब आमने सामने होंगी तो उनका एक ही लक्ष्य होगा स्वर्ण पदक और 2016 रियो ओलंपिक का सीधा टिकट।
भारत मेजबान दक्षिण कोरिया को 1-0 से हराकर फाइनल में पहुंचा है जबकि गत चैंपियन पाकिस्तान ने मलेशिया को पेनल्टी शूटआउट में 6-5 से पराजित किया था। भारत और पाकिस्तान एशियाई खेलों में 24 वर्ष के लंबे अंतराल के बाद फाइनल में आमने सामने होंगी।
दोनों टीमें अंतिम बार 1990 में बीजिंग एशियाड के फाइनल में आमने सामने हुई थी और तब पाकिस्तान विजेता रहा था। बीजिंग में सात टीमों का टूर्नामेंट था और राउंड राबिन लीग आधार पर मैच खेले गये थे। पाकिस्तान ने अपने सभी छह मैच जीतकर खिताब कब्जा किया था। उसने भारत को 3-2 से पराजित किया था।
भारत ने एशियाई खेलों में आखिरी बार 1998 में बैंकॉक में स्वर्ण पदक जीता था। भारतीय टीम चार वर्ष पहले ग्वांगझू में तीसरे स्थान पर रही थी जबकि 2006 के दोहा एशियाई खेलों में वह सेमीफाइनल के लिये क्वालिफाई नहीं कर पाई थी। भारत 2002 के बुसान एशियाई खेलों में उपविजेता रहा था।
भारत ने 1998 से पहले 1966 के बैंकॉक एशियाई खेलों में पाकिस्तान को 1-0 से हराकर स्वर्ण पदक जीता था। पाकिस्तान 1958, 1962, 1970, 1974, 1978, 1982, 1990 और 2010 में कुल आठ बार विजेता बन चुका है। दोनों चिर प्रतिद्वंद्वियों के बीच इस बार जबरदस्त मुकाबला होने की पूरी उम्मीद है और यह कह पाना मुश्किल है कि ऊंठ किस करवट बैठेगा।
भारत और पाकिस्तान इंचियोन में हॉकी के एक ही ग्रुप में थे और ग्रुप मैच में पाकिस्तान ने भारत को 2-1 से पराजित किया था। पाकिस्तान ने टूर्नामेंट के लीग मैचों में श्रीलंका को 14-0 से, चीन को 2-0 से, भारत को 2-1 से और ओमान को 8-0 से हराया था। भारत ने अपने शेष तीन मैचों में श्रीलंका को 8-0 से, ओमान को 7-0 से और चीन को 2-0 से हराया था।
विश्व रैंकिंग में नौंवें नंबर की टीम भारत को कोरिया को हराने में काफी कड़ा संघर्ष करना पड़ा था। लेकिन जब बात पाकिस्तान के खिलाफ मुकाबले की हो तो भारतीय टीम को शत प्रतिशत से भी ज्यादा बेहतर प्रदर्शन करना होगा। विश्व रैंकिंग में पाकिस्तान की टीम भारत से दो स्थान पीछे 11वें नंबर पर है।
भारतीय हॉकी टीम के प्रमुख कोच टैरी वॉल्श ने कहा कि मुझे खुशी है कि हमारी टीम फाइनल में पहुंच चुकी है। फाइनल में पहुंचना हमारा एक लक्ष्य था जिसे हमनें हासिल कर लिया है। लेकिन अब सबसे बड़ा लक्ष्य फाइनल जीतकर रियो ओलंपिक का टिकट पक्का करना है।
वॉल्श ने कहा कि मुझे यकीन है कि भारतीय खिलाड़ी अब इस बड़े मौके के लिये खुद को तैयार कर चुके होंगे। भारतीय खिलाड़ियों ने ग्रुप मैच में पाकिस्तान के खिलाफ पराजय में जो गलतियां की थी हमने उन पर कड़ी मेहनत की है और हम नये जोश के साथ इस मुकाबले में उतरेंगे।
कप्तान सरदार सिंह ने कहा कि हम जानते हैं कि फाइनल पाकिस्तान के खिलाफ है। लेकिन हम इसे सामान्य मैच की तरह लेंगे ताकि खिलाड़ियों पर इस मैच को लेकर अतिरिक्त दबाव न हो। हमें अपनी क्षमता के हिसाब से खेलना होगा और यदि हम ऐसा करने में कामयाब रहते हैं तो हम अपने लक्ष्य को हासिल कर लेंगे।