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Hindi Newsउग्रवादी संगठन बनाने को आरोपी कांग्रेसी विधायक पर ग्रामीणों का आरोप

उग्रवादी संगठन बनाने को आरोपी कांग्रेसी विधायक पर ग्रामीणों का आरोप

झारखंड टाइगर ग्रुप और झारखंड बचाओ आंदोलन नामक दो उग्रवादी संगठन खड़ा करने के आरोपी विधायक योगेंद्र साव की परेशानी और बढ़नेवाली है। सीआइडी जांच में यह भी तथ्य सामने आया है कि वह अपने क्षेत्र में कोयला...

उग्रवादी संगठन बनाने को आरोपी कांग्रेसी विधायक पर ग्रामीणों का आरोप
लाइव हिन्दुस्तान टीमMon, 29 Sep 2014 07:22 PM
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झारखंड टाइगर ग्रुप और झारखंड बचाओ आंदोलन नामक दो उग्रवादी संगठन खड़ा करने के आरोपी विधायक योगेंद्र साव की परेशानी और बढ़नेवाली है। सीआइडी जांच में यह भी तथ्य सामने आया है कि वह अपने क्षेत्र में कोयला चोरी और जमीन कब्जा करने का भी धंधा करते थे। शनिवार को सीआइडी की टीम हजारीबाग गई थी।

उनके पैतृक गांव और आसपास के ग्रामीणों से भी पूछताछ की गई। इस क्रम में पूर्व मंत्री को सभी ने दबंग बताया और विरोध करने पर धमकाने का आरोप भी लगाया। सीआइडी टीम में एसपी तमिलवाणन, एएसपी अनुरंजन किसपोट्टा, इंस्पेक्टर अनिल द्विवेदी और सीपी नारायण शामिल थे। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि साव कोयला चोरी कराते थे। साथ ही उन्होंने एक सौ एकड़ से अधिक जमीन भी कब्जे में कर लिया है।

जोरदाग और बेलतू में दो फायर क्ले की फैक्टरी है। इसकी लीज जिस इलाके में मिली थी, वहां से फायर क्ले निकालने के बाद करीब 50 एकड़ जमीन ने उन्होंने अवैध खनन किया। सरकारी जमीन के अलावा आम लोगों की जमीन भी उन्होंने कब्जे में ले ली है। सीआइडी टीम के सामने ग्रामीणों ने यह आरोप लगाया कि विधायक की दबंगई से लोग परेशान हैं। सीआइडी की टीम केरेडारी, बड़कागांव, हजारीबाग और गिद्दी जाकर लोगों से अलग-अलग पूछताछ की। टीम रांची लौट आई है। इसने योगेंद्र साव के खिलाफ जारी वारंट की प्रति गिद्दी थाने को भी दी है।

भाई को लिया जा सकता है रिमांड पर
दो उग्रवादी संगठनों के संरक्षक के रूप में नाम आने के बाद विधायक योगेंद्र साव का भाई धीरेंद्र साव आत्मसमर्पण कर चुका है। सीआइडी के अधिकारी जल्द ही उसे रिमांड पर लेकर पूछताछ करेंगे। इसके अलावा विधायक के चचेरे भाई पवन साव को भी रिमांड पर लिया जाएगा।

धीरेंद्र साव पर आरोप है कि टाइगर ग्रुप के कमांडर राजकुमार गुप्ता जब एक मामले में पलामू इलाके में छिपा था, उसी समय धीरेंद्र की मुलाकात उससे हुई थी। उसी ने योगेंद्र साव से राजकुमार गुप्ता की पहली बार बातचीत कराई। इसके बाद राजकुमार रांची आया था और योगेंद्र साव से मिला था। मंत्री के आवास में ही संगठन खडम करने की योजना तैयार की गई थी।

क्या है आरोप
योगेंद्र साव और उनके रिश्तेदारों पर यह आरोप है कि कोयला के कारोबार पर कब्जा करने के लिए दो उग्रवादी संगठन बनाया। इसे पैसा, हथियार और बाइक उपलब्ध कराया। इसका खुलासा गिद्दी में गिरफ्तार संगठन के कमांडर राजकुमार गुप्ता ने पूछताछ के क्रम में किया था। इसके बाद गिद्दी थाने में एक मामला दर्ज किया गया। इसी मामले में विधायक के खिलाफ वारंट जारी है और पूरे कांड की जांच सीआइडी कर रही है। इस मामले में राजकुमार साव सहित नौ लोग गिरफ्तार हैं।

जल्द पकड़े जाएंगे साव: एडीजीपी
सीआइडी के एडीजीपी एसएन प्रधान ने कहा कि विधायक योगेंद्र साव के खिलाफ पर्याप्त सबूत मिल गए हैं। वह जल्दी ही पकड़े जाएंगे।

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