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एथलेटिक्स में भारत की उम्मीदे गौड़ै और अरपिंदर से

एशियाई खेलों में अभी तक अंकतालिका में शीर्ष दस से बाहर भारत के पदकों की संख्या शनिवार से शुरू हो रही एथलेटिक्स स्पर्धा के जरिये बढ़ने की उम्मीद है हालांकि इसमें भी चुनौती आसान नहीं होगी।...

एथलेटिक्स में भारत की उम्मीदे गौड़ै और अरपिंदर से
एजेंसीFri, 26 Sep 2014 03:48 PM
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एशियाई खेलों में अभी तक अंकतालिका में शीर्ष दस से बाहर भारत के पदकों की संख्या शनिवार से शुरू हो रही एथलेटिक्स स्पर्धा के जरिये बढ़ने की उम्मीद है हालांकि इसमें भी चुनौती आसान नहीं होगी।
    
भारत अभी तक सिर्फ एक स्वर्ण लेकर अंकतालिका में शीर्ष दस से बाहर है। भारतीय खेमे को एथलेटिक्स ट्रैक और फील्ड से काफी पदक मिलने की उम्मीद है। उन्हें हालांकि पता है कि इस बार पूर्व सोवियत देशों के शामिल होने और अफ्रीकी मूल के धावकों के पश्चिम एशियाई देशों के लिये खेलने से मुकाबला कठिन होगा।
    
भारत के लिये स्वर्ण पदक के दावेदार चक्का फेंक खिलाड़ी विकास गौड़ा और त्रिकूद में अरपिंदर सिंह होंगे। ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण पदक विजेता गौड़ा यहां रविवार को पहुंचेंगे जिन्हें ईरान के मोहम्मद शमिमी और एहसान हदीदी जैसे एथलीटों से भिड़ना होगा।
    
एशियाई शीर्ष दस की सूची में शामिल अरपिंदर को चीन के काओ शाओ और डोंग बिन जैसे खिलाड़ियों का सामना करना है जो अपने करियर में 17.30 मीटर की बाधा पार कर चुके हैं। अरपिंदर ने लखनऊ में 17-17 मीटर की कूद लगाई थी।
     
पुरुषों के शॉटपुट में भारत के इंदरजीत सिंह और ओमप्रकाश 20 मीटर के आंकड़े तक नहीं पहुंच सके हैं लेकिन पदक के दावेदार हैं। चीनी ताइपै के चांग मिंग हुआंग सबसे प्रबल दावेदार होंगे जिनका सत्र का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 20.13 मीटर है।

जोसफ अब्राहम ने ग्वांग्क्षू में 400 मीटर बाधादौड़ में पीला तमगा जीता था। वह दिल्ली में 1982 में हुए एशियाई खेलों के बाद भारत का ट्रैक में पहला पदक था। जोसफ इस समय सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में नहीं हैं लेकिन प्रतिस्पर्धा में हैं।
    
त्रिकूद में रंजीत महेश्वरी ने देर से क्वालीफाई किया। महिलाओं की 800 मीटर में नजरें टिंटू लुका पर होगी जिसने मई में दो डायमंड लीग में 2 :00.56 का समय निकाला। उसने ग्वांग्क्षू में भी कांस्य जीता था लेकिन इस बार पदक का रंग बदलना चाहेगी।
    
ग्वांग्क्षू की स्वर्ण पदक विजेता अश्विनी अकुंजी (400 मीटर बाधा), प्रीजा श्रीधरन (5000 मीटर, 10000 मीटर) और सुधा सिंह (ट्रिपलचेस) भी स्पर्धा में हैं लेकिन कोई भी फॉर्म में नहीं है। महिलाओं की चार गुणा 400 मीटर रिले टीम से पदक की वास्तविक उम्मीदें हैं। भारतीय चौकड़ी ने ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेलों में सत्र का दूसरा सर्वश्रेष्ठ 3 :33.67 का समय निकाला। टीम में अश्विनी, टिंटू, एम आर पूवम्मा और मनदीप कौर शामिल है।
     
एथलेटिक्स में ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेलों की रजत पदक विजेता चक्का फेंक खिलाड़ी सीमा पूनिया और दिल्ली राष्ट्रमंडल खेल 2010 की स्वर्ण पदक विजेता कृष्णा पूनिया भी हैं। उनका सत्र का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन क्रमश:61.61 मीटर और 57.84 मीटर रहा।

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