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महाराष्ट्र में गठबंधन बचाने में जुटे संघ और भाजपा

महाराष्ट्र में शिवसेना के साथ सीटों को लेकर सम्मानजनक फार्मूले के साथ भाजपा ने साफ कर दिया है कि वह गठबंधन को बचाने के लिए हर संभव प्रयास करेगी। गठबंधन के टूटने की आशंका के मद्देनजर संघ ने भाजपा को...

महाराष्ट्र में गठबंधन बचाने में जुटे संघ और भाजपा
लाइव हिन्दुस्तान टीमSat, 20 Sep 2014 10:12 AM
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महाराष्ट्र में शिवसेना के साथ सीटों को लेकर सम्मानजनक फार्मूले के साथ भाजपा ने साफ कर दिया है कि वह गठबंधन को बचाने के लिए हर संभव प्रयास करेगी। गठबंधन के टूटने की आशंका के मद्देनजर संघ ने भाजपा को अपने रुख में नरमी बरतने का निर्देश दिया है। दोनों पक्षों की तरफ से दिन भर कड़े बयानों व दबाब की राजनीति के बाद शाम को सहयोग की नई कवायद शुरू की गई। अब फैसला शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे व भाजपा के चुनाव प्रभारी ओम प्रकाश माथुर के बीच होने वाली बैठक पर निर्भर करेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फिलहाल खुद को इस विवाद से दूर रखा है।

शुक्रवार को मुंबई में दिन भर दोनों तरफ से दबाब की राजनीति के बाद शाम को शिवसेना ने महाराष्ट्र कार्ड खेलकर भाजपा को तेवर नरम करने पर मजबूर किया। उसके नेता संजय राउत ने भाजपा के तर्कों को नकारते हुए कहा कि महाराष्ट्र किसी के सामने नहीं झुकेगा। इसे परोक्ष रूप से गुजरात से जोड़कर देखा जा रहा है। गौरतलब है कि मोदी व अमित शाह दोनों गुजरात से हैं। महाराष्ट्र की राजनीति में गुजराती व मराठी को लेकर टकराव रहा है।

सूत्रों के अनुसार इस बीच राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने भी भाजपा को गठबंधन बनाए रखने की नसीहत दी है। अभी तक संघ ने इस विवाद से दूरी बना रखी थी। उपचुनावों में लगे झटके व हरियाणा में स्थिति स्पष्ट न होने से भाजपा अध्यक्ष अमित शाह भी अपनी अध्यक्षता में गठबंधन तोड़ने जैसा जोखिम लेने को तैयार नहीं है। भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व इस पक्ष में कतई नहीं है कि कोई नीतिगत टकराव न होने पर केवल सीटों को लेकर गठबंधन टूटे।

भाजपा ने 125 सीटों का फार्मूला तैयार किया
इस बीच प्रदेश भाजपा के प्रमुख नेता व केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भी आज का मुंबई दौरा रद्द कर दिया। इसकी वजह उनका अस्वस्थ होना बताया जा रहा है, लेकिन चर्चा यही भी है कि राज ठाकरे के साथ गडकरी की नजदीकी को देखते हुए भाजपा नेतृत्व ने उनको रोका है, ताकि शिवसेना को गठबंधन तोड़ने के लिए भाजपा पर आरोप लगाने के लिए कोई मौका न मिले। यही वजह है कि उद्धव ठाकरे के साथ होने वाली बैठक से प्रदेश के सभी नेताओं को दूर रखा गया है, यहां तक कि संगठन प्रभारी राजीव प्रताप रूड़ी को भी इसमें शामिल नहीं किया गया है। सूत्रों के अनुसार भाजपा भी उपचुनावों में हार व गोपीनाथ मुंडे की गैर मौजूदगी में गठबंधन तोड़ने के पक्ष में नहीं है। इसलिए उसने अब अपने लिए न्यूनतम 125 सीटों का फामरूला पेश किया। पार्टी को इस पर समझौता हो जाने का भरोसा है।

ऐसे में शनिवार को होने वाले भाजपा चुनाव समिति की बैठक में महाराष्ट्र पर चर्चा नहीं होगी और केवल हरियाणा के बाकी नामों की सूची जारी की जाएगी। रविवार को भी चुनाव समिति की बैठक के लिए रखा गया है, लेकिन यह मुबंई के फैसले पर निर्भर करेगी। महाराष्ट्र के लिए भाजपा ने अपने 119 उम्मीदवारों की सूची तैयार कर रखी है, लेकिन वह इसकी घोषणा गठबंधन का फैसला हो जाने पर ही करेगी।

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