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बारा-करछना बिजलीघरों की दरों पर फिर से विचार

इलाहाबाद के बारा और करछना में निजी क्षेत्र में लग रहे बिजलीघरों के लिए लैन्को कंपनी की ओर से दी गई दरों पर फिर से कवायद शुरू हुई है।ड्ढr मुख्य सचिव की अध्यक्षता वाले ऊरा टास्क फोर्स (ईटीएफ) ने पावर...

 बारा-करछना बिजलीघरों की दरों पर फिर से विचार
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 15 Mar 2009 01:00 PM
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इलाहाबाद के बारा और करछना में निजी क्षेत्र में लग रहे बिजलीघरों के लिए लैन्को कंपनी की ओर से दी गई दरों पर फिर से कवायद शुरू हुई है।ड्ढr मुख्य सचिव की अध्यक्षता वाले ऊरा टास्क फोर्स (ईटीएफ) ने पावर कार्पोरशन और इन परियोजनाओं के लिए नियुक्त सलाहकार संस्था फिडबैक वेंचर्स से दरों का फिर से मूल्यांकन करने को कहा है। ईटीएफ की बुधवार शाम बैठक भी होनी थी लेकिन छुट्टी होने के कारण इसे टाल दिया गया। बैठक अब तीन-चार दिन बाद होगी।ड्ढr बीती 11 अप्रैल को खुले टेण्डर में लैन्को कंपनी ने सबसे कम दर देकर बाजी मारी थी। बारा के लिए उसने 2.88 रुपए प्रति यूनिट और करछना के लिए 2.83 रुपए की दर दी है। जो बाकी आठ दावेदार कंपनियों से कम हैं। दरों को कार्पोरशन की मूल्यांकन समिति ने मंजूरी दे दी। ईटीएफ की बैठक में दरों को मंजूरी के लिए रखा गया।ड्ढr सूत्रों के मुताबिक ईटीएफ ने दोनों परियोजनाओं के लिए लैन्को की दरों को ज्यादा ठहराते हुए नए सिर से कवायद किए जाने की जरूरत बताई है। इस दर पर बिजली खरीदने के बाद उपभोक्ताओं को बेचने के लिए कम से कम साढ़े चार रुपए की दर लेनी पड़ेगी जो असंभव सा है।ड्ढr बताते हैं कि उसने यह भी कहा है कि कंपनी दरं कम करने पर तैयार न हो तो नए सिर से बीिडग कीड्ढr जाए।

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