खराब शुरुआत से उबरने का मौका नहीं
पिछले हफ्ते हमने तीन मैच खेले। लेकिन हम एक भी जीतने में सफल नहीं रहे। इन तीनों में पहली पराजय हमें दिल्ली के खिलाफ मिली। उस मैच में वीरंद्र सहवाग की शानदार पारी ने हमें हार की ओर धकेला था। उसके बाद...
पिछले हफ्ते हमने तीन मैच खेले। लेकिन हम एक भी जीतने में सफल नहीं रहे। इन तीनों में पहली पराजय हमें दिल्ली के खिलाफ मिली। उस मैच में वीरंद्र सहवाग की शानदार पारी ने हमें हार की ओर धकेला था। उसके बाद राजस्थान और हैदराबाद के खिलाफ भी हमें असफलता हाथ लगी। इन दोनों मैचों में हमने शुरुआत में कई विकेट गंवा दिए। इस फार्मेट में आपके पास खराब शुरुआत से उबरने का समय नहीं होता है। पहले छह ओवर में जैसे ही हमने जल्दी जल्दी विकेट गंवाए समझो तभी हम मैच हार गए। खराब शुरुआत के बाद मैच जीतने लायक स्कोर बनाने का करिश्मा 60 में से एक मैच में होता है। लेकिन ज्यादातर मामलों में टीम चुनौतीपूर्ण स्कोर नहीं बना पाती। ट्वेंटी 20 फार्मेट में विकेट हाथ में रखना बहुत जरूरी है। सभी टीमें इसी के अनुसार योजना बनाती हैं। यह इस फार्मेट की कमी है। लेकिन हर फार्मेट के अपनी खामियां और खूबियां होती हैं। जिन टीमों के खिलाफ हम खेले हैं उनमें राजस्थान की टीम ही ऐसी दिखाई दे रही है जो अपनी योजना को अमली जामा पहनाने में सफल रही। उस मैच में मुझे खास अनुभव हुआ क्योंकि मैं पहली बार शेन वार्न के साथ खेल रहा था। हम एक बार फिर दिल्ली से भिड़ने जा रहे हैं। दिल्ली के लिए थोड़ी मुश्किल होगी। क्योंकि इस बार हाालात अलहदा हैं। चेपॉक के विकेट पर थोड़ी बाउंस थी और जब वे बल्लेबाजी कर रहे थे कुछ गेंदें उठकर आ रही थीं। दिल्ली की विकेट हमार अनुकूल होगी। लेकिन महत्वपूर्ण बात यह हैकि हम अपनी योजना पर डटे रहें। हमें अनुशासित गेंदबाजी करनी होगी और बल्लेबाजों को जोखिम लेने के लिए मजबूर करना होगा। जब हम बल्लेबाजी करंगे तो विकेट बचाए रखने पर ध्यान देना होगा। वर्तमान में हमें चार जीतों के महत्व को समझना होगा।