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ओलिवर के घर मचा था कोहराम

विष्णुगढ़ जंगल में नक्सलियों की गोली से मुरहू के गजगांव निवासी वायरलेस अवर निरीक्षक ओलिवर पूर्ति की मौत की खबर सुबह साढ़े सात बजे उनके परिवारवालों को मिली। ओलिवर पूर्ति गिरिडीह जिले में पदस्थापित...

 ओलिवर के घर मचा था कोहराम
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 15 Mar 2009 01:00 PM
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विष्णुगढ़ जंगल में नक्सलियों की गोली से मुरहू के गजगांव निवासी वायरलेस अवर निरीक्षक ओलिवर पूर्ति की मौत की खबर सुबह साढ़े सात बजे उनके परिवारवालों को मिली। ओलिवर पूर्ति गिरिडीह जिले में पदस्थापित थे। वे पुलिस वाहन से गिरिडीह से हजारीबाग आ रहे थे। उनकी मौत की खबर मिलते ही गांव में शोक की लहर दौड़ पड़ी। जसे-ौसे ग्रामीणों को जानकारी मिलती गयी, लोग उनके घर के पास जमा होते गये। गमगीन लोगाों के चेहर मुरझाये और आंखों मे आंसू थे। ग्रामीण आपस में ही बतिया कर घटना के बार में जानकारी हासिल करने की कोशिश कर रहे थे। ओलिवर की मौत की खबर मुरहू और आसपास के क्षेत्रों में आग की तरह फैल गयी। ओलिवर पूर्ति नक्सली हमले में मार जाने वाले मुरहू के दूसर अवर निरीक्षक हैं। भाई गोलियों का शिकार हो गयाहिन्दुस्तान ब्यूरो रांची गिरिडीह जिले के तेलोडीह का रहनेवाला है तनवीर आलम। पेशे से वह ड्राइवर है। 21 अप्रैल की रात 11.30 बजे हुए हादसे ने उसके परिवार को बर्बाद कर दिया। गोलियों से छलनी उसके बड़े भाई असलम की मौत हो गयी। गोलियों की बौछार से वह बुरी तरह घायल हो गया। रांची के एक निजी अस्पताल में आज उसका इलाज चल रहा है। तीस वर्षीय तनवीर घटना की रात अपने भाई असलम के साथ घाटो से गिरिडीह लौट रहा था। हाारीबाग और बगोदर के बीच टाटी-झरिया में उसकी वैन को पुलिसवालों ने रोका। अचानक गोलियां चलने लगीं और देखते-देखते ही सब कुछ खत्म हो गया। तनवीर अपनी मारुति वैन (बीआर-23-ए-17किराये पर चलाता है। तनवीर बताता है- घटना की रात घाटो के एक शिक्षक परिवार को घर पहुंचाकर तेलोडीह लौट रहा था। वैन में तनवीर के साथ उसका भाई असलम भी था। इसे वह इतेफाक ही मानता है कि घटना की रात असलम उसके साथ था। घर वापसी के क्रम में रात 11.30 बजे वह जब टाटी-झरिया के पास पहुंचा पुलिसवालों ने उसे रुकने का इशारा किया। वैन के रुकते ही वे कुछ समझ पाते इसके पहले अचानक चारों ओर से फायरिंग होने लगीं। वैन उसका भाई असलम चला रहा था। उसे आठ गोलियां लगीं। वह बुरी तरह जख्मी हो चुका था। इलाज के लिए अस्पताल ले जाते समय रास्ते में ही मौत हो गयी। इस घटना के संबंध में पुलिस के खिलाफ मामला दर्ज नहीं कराया गया है। तनवीर की मारुति वैन विष्णुगढ़ थाना पुलिस के कब्जे में है। वैन में भी कई जगह गोलियों के निशान बने हुए हैं।

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