अपनी आत्मकथा में दिल के राज़ खोंलेंगे सचिन
क्रिकेट के बेताज बादशाह सचिन तेंदुलकर के चमत्कारिक करियर के बारे में दुनिया के दिग्गज लेखकों ने बहुत कुछ लिखा है लेकिन अब सचिन अपनी आत्मकथा 'सचिन तेंदुलकर: प्लेइंग इट माई वे' में दुनिया के...
क्रिकेट के बेताज बादशाह सचिन तेंदुलकर के चमत्कारिक करियर के बारे में दुनिया के दिग्गज लेखकों ने बहुत कुछ लिखा है लेकिन अब सचिन अपनी आत्मकथा 'सचिन तेंदुलकर: प्लेइंग इट माई वे' में दुनिया के सामने अपने खेल और जिंदगी के कई राज़ खोलेंगे।
सचिन की यह आत्मकथा इस वर्ष छह नवंबर को रिलीज होगी। क्रिकेट इतिहास में टेस्ट और वनडे में सर्वाधिक मैच, सर्वाधिक रन और सर्वाधिक शतकों के विश्व रिकॉर्ड अपने नाम रखने वाले सचिन ने अपनी आत्मकथा के लिये कहा कि मैं जानता हूं कि अपनी कहानी लिखने के लिये मुझे पूरी तरह ईमानदार होने की जरूरत पड़ेगी। मैंने अपने जीवन में जिस तरह क्रिकेट खेली है उसी तरह मैं अपनी आत्मकथा में अपने जीवन के पहलुओं को रखूंगा।photo1
गत वर्ष नवंबर में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के साथ ही देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'भारत रत्न' पाने वाले सचिन ने साथ ही कहा कि मैं इस आत्मकथा में ऐसे पहलुओं के बारे में बताऊंगा जो मैंने अब तक किसी के साथ साझा नहीं किये हैं।
भारत में क्रिकेट में भगवान का दर्जा रखने वाले सचिन ने कहा कि मैं अपने जीवन की आखिरी पारी खेलने के बाद वापस पवेलियन लौटने से लेकर 35 वर्ष पहले मुंबई में एक बच्चे के रूप में क्रिकेट बल्ला उठाने तक के समय को इस आत्मकथा में समेटूंगा। हालांकि यह मुश्किल काम है लेकिन मैं अपने प्रशंसकों के सामने सब कुछ रखने की कोशिश करूंगा।
सचिन की आत्मकथा का प्रकाशन होडर एंड स्टाटन कर रहे हैं। हॉडर एंड स्टाटन के संपादक रोडी ब्लूमफील्ड ने कहा कि पिछले 25 वर्ष में सचिन की अद्भुत बल्लेबाजी ने उन्हें क्रिकेट इतिहास के महानतम खिलाड़ियों में एक बना दिया है। उनकी कामयाबियां ऐसी हैं कि वह दुनिया में हर जगह सम्मान की नजर से देखे जाते हैं।
ब्लूमफील्ड ने कहा कि उनकी सबसे खास बात यह है कि वह इतने बड़े स्टार होने के बावजूद बेहद विनम्र हैं। हमारे लिये इससे बड़ी खुशी की बात हो ही नहीं सकती कि हम उनकी आत्मकथा इस वर्ष नवंबर में प्रकाशित करने जा रहे हैं। सचिन की आत्मकथा पूरी दुनिया और भारत में एक साथ रिलीज होगी।