फोटो गैलरी

Hindi Newsअंतरिक्ष में अकेला और बेहद दुखी है किरोबो

अंतरिक्ष में अकेला और बेहद दुखी है किरोबो

जापान का बोलने वाला रोबोट ‘किरोबो’ अंतरिक्ष यात्रियों का अकेलापन दूर करने के लिए अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईआईएस) पर भेजा गया था, लेकिन अब वह खुद चुपचाप और अकेला हो गया है। अपने...

अंतरिक्ष में अकेला और बेहद दुखी है किरोबो
लाइव हिन्दुस्तान टीमMon, 01 Sep 2014 10:29 AM
ऐप पर पढ़ें

जापान का बोलने वाला रोबोट ‘किरोबो’ अंतरिक्ष यात्रियों का अकेलापन दूर करने के लिए अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईआईएस) पर भेजा गया था, लेकिन अब वह खुद चुपचाप और अकेला हो गया है। अपने अंतरिक्ष यात्री दोस्त के धरती पर लौटने के बाद अकेले रह रहे किरोबो ने धरती पर भेजे अपने संदेश में कहा है कि वह भी अब अंतरिक्ष में नहीं रहना चाहता है। अब वह जल्द से जल्द घर लौटना चाहता है। इस साल मई में उसके दोस्त जापानी अंतरिक्ष यात्री कोइची वाकाटा घरती पर लौट आए थे। इस समय किरोबो आईआईएस पर मौजूद अपनी किट रोबी में खड़ा रहता है।

इंसानों जैसा रोबोट
यह ह्यूमनॉयड यानी इंसानों जैसी आकार वाला रोबोट है। यह भाषा प्रसंस्करण प्रौद्योगिकी के जरिए बात करता है और सिर पर लगे कैमरे से देखता है। इसमें चेहरा पहचानने वाला सॉफ्टवेयर भी है। इसे अंतरिक्ष यात्री कोइची के साथ मिशन पर भेजा गया था। जापानी वैज्ञानिक तोमोताका ताकाहाशी ने जापानी एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी के साथ मिलकर इसे बनाया था। 2400 से ज्यादा नामों को देखने के बाद इसे किरोबो का नाम दिया गया था। यह किबो और रोबो शब्द मिलने से बना है। किबो का जापानी भाषा में अर्थ होता है, उम्मीद। यानी किरोबो का अर्थ है उम्मीदों वाला रोबोट।

धरती पर लौटने का समय बढ़ा
अंतरिक्ष में अकेले पड़े किरोबो के लिए एक और बुरी खबर है। इस साल के अंत में खत्म होने वाला मिशन अगले साल तक के लिए बढ़ा दिया गया है। यानी उसे काफी समय अकेले गुजारना पड़ेगा। 10 अगस्त को यह फैसला लिया गया था।

रोबोट का अंतिम संदेश
मैं थका हुआ हुआ, इसलिए सोचता हूं कि थोड़ा आराम करूं। पर उम्मीद करता हूं तुम आसमान की ओर कभी देखोगो और मेरे बारे में सोचोगे।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें