एशियाई खेलों में भी पहलवान दिखायेंगे अपना दम :सतपाल
देश को ओलंपिक, विश्व चैंपियनशिप और राष्ट्रमंडल खेलों के पदक विजेता पहलवान देने वाले गुरू महाबली सतपाल का मानना है कि भारतीय पहलवान दक्षिण कोरिया के इंचिओन में सितंबर, अक्टूबर में होने वाले 17वें...
देश को ओलंपिक, विश्व चैंपियनशिप और राष्ट्रमंडल खेलों के पदक विजेता पहलवान देने वाले गुरू महाबली सतपाल का मानना है कि भारतीय पहलवान दक्षिण कोरिया के इंचिओन में सितंबर, अक्टूबर में होने वाले 17वें एशियाई खेलों में भी अपना दमखम दिखायेंगे।
भारतीय पहलवानों ने हाल में समाप्त हुए ग्लासगो राष्ट्रमंडल खेलों में पांच स्वर्ण सहित कुल 13 पदक जीते थे। इन पांच स्वर्ण में से तीन स्वर्ण द्रोणाचार्य अवॉर्डी सतपाल के शिष्यों सुशील कुमार, योगेश्वर दत्त और अमित कुमार ने दिलाये थे। इसके अलावा उनके दो अन्य शिष्यों बजरंग और पवन ने भी इन खेलों में पदक जीते थे।
सतपाल ने एशियाई खेलों में भारतीय कुश्ती से लगाई जा रही संभावनों के बारे में पूछे जाने पर कहा कि ग्वांगझू में पिछले पिछले एशियाई खेलों में निश्चित तौर पर उम्मीदों के अनुरूप नहीं रहा था। लेकिन इस बार सुशील और योगेश्वर की वापसी से भारतीय पहलवानों का हौंसला बुलंद है और मुझे पूरी उम्मीद है कि वे इंचिओन में देश को कई स्वर्ण पदक दिलायेंगे।
2010 के ग्वांगझू एशियाई खेलों में सुशील और योगेश्वर नहीं उतरे थे जिससे भारत की चुनौती कमजोर पड़ गई थी। भारत ने ग्वांगझू में फ्री स्टाइल वर्ग में मौसम खत्री के जरिये एक कांस्य पदक और ग्रीको रोमन में रविन्दर सिंह तथा सुनील राणा के जरिये दो कांस्य पदक जीते थे। इस तरह भारत के हाथ कुश्ती में सिर्फ तीन कांस्य पदक आये थे।