फोटो गैलरी

Hindi Newsअमेरिका ने जारी रखे आईएसआईएल के ठिकानों पर हमले

अमेरिका ने जारी रखे आईएसआईएल के ठिकानों पर हमले

अमेरिका ने इराक में इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड लेवांट (आईएसआईएल) के ठिकानों पर हमले और सिंजर पर्वत पर फंसे हजारों लोगों को मानवीय मदद जारी रखी। अमेरिकी केंद्रीय कमान ने कल कहा कि अमेरिकी सैन्य बलों...

अमेरिका ने जारी रखे आईएसआईएल के ठिकानों पर हमले
एजेंसीTue, 12 Aug 2014 10:23 AM
ऐप पर पढ़ें

अमेरिका ने इराक में इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड लेवांट (आईएसआईएल) के ठिकानों पर हमले और सिंजर पर्वत पर फंसे हजारों लोगों को मानवीय मदद जारी रखी। अमेरिकी केंद्रीय कमान ने कल कहा कि अमेरिकी सैन्य बलों ने आईएसआईएल की चार चौकियों पर और इलाके में आंतरिक रूप से विस्थापित लोगों की रक्षा के लिए सिंजर पर्वत के पास आईएसआईएल के कई वाहनों पर सफलतापूर्वक हवाई हमले किए हैं।
    
अमेरिकी लड़ाकू विमान ने सिंजर पर्वत के दक्षिण पश्चिम में स्थित आईएसआईएल की चौकी पर हमला कर उसे नष्ट कर दिया। इसी स्थान पर अमेरिकी लड़ाकू विमान ने सशस्त्र लोगों को ले जा रहे एक वाहन और हथियारों से भरे एक ट्रक पर हमला कर दोनों को नष्ट कर दिया।
    
उन्होंने सिंजर शहर के दक्षिण में स्थित आईएसआईएल की चौकी पर भी हमला बोलकर उसे नष्ट कर दिया। इसके अलावा उन्होंने एक सशस्त्र ट्रक और एक तेज गति से चलने वाले बहुउद्देश्यीय वाहन पर हमला बोलकर दोनों को नष्ट कर दिया।
    
पेंटागन ने कहा कि अमेरिकी लड़ाकू विमान ने सिंजर शहर के दक्षिण पूर्व में आईएसआईएल की एक अन्य चौकी पर हमला कर उसे क्षतिग्रस्त कर दिया। इसके बाद उसने सिंजर पर्वत के पूर्व में स्थित आईएसआईएल की एक अन्य चौकी पर हमला कर उसे और पास में आईएसआईएल के एक ट्रक को नष्ट कर दिया।

अमेरिकी सेना ने सिंजर पर्वत पर आईएसआईएल से डरकर छिपे हजारों इराकी नागरिकों के लिए कल पांचवीं बार भोजन और पानी हवाई मार्ग से गिराया। एक सी-17 और तीन सी-130 मालवाहक विमानों ने एकसाथ आपूर्ति के 76 बंडल गिराए। अभी तक अमेरिकी सेना ने 85 हजार से ज्यादा भोजन के पैकेट और 20 हजार गैलन पेयजल उपलब्ध कराया है।
   
इससे पहले ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ, अभियान निदेशक लेफ्टिनेंट जनरल विलियम मेविले ने संवाददाताओं से कहा कि आपात स्थिति अभी खत्म नहीं हुई है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, हमें मानवीय मदद जारी रखने की जरूरत है और हमें इस प्रयास की सुरक्षा की जरूरत है। लक्षित ठिकानों के बारे में हमने देखा है कि पहले खुले में रहने वाले आईएसआईएल बल अब दूर-दूर होकर लोगों के बीच छिपने लगे हैं।

 

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें