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देश में 40 करोड़ लोग बिजली से दूर: केंद्र

केंद्र सरकार ने गुरुवार को यह स्वीकार किया कि देश में आठ करोड़ घरों में रह रहे लगभग 40 करोड़ लोगों को आजादी के 67 साल बाद भी बिजली उपलब्ध नहीं है। बिजली मंत्री पीयूष गोयल ने बताया कि सरकार इन्हें जल्द...

देश में 40 करोड़ लोग बिजली से दूर: केंद्र
एजेंसीFri, 08 Aug 2014 08:03 AM
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केंद्र सरकार ने गुरुवार को यह स्वीकार किया कि देश में आठ करोड़ घरों में रह रहे लगभग 40 करोड़ लोगों को आजादी के 67 साल बाद भी बिजली उपलब्ध नहीं है। बिजली मंत्री पीयूष गोयल ने बताया कि सरकार इन्हें जल्द से जल्द बिजली कनेक्शन उपलब्ध कराने की हर संभव कोशिश कर रही है।

गोयल ने प्रश्नकाल के दौरान सदस्यों के सवालों के जवाब में बताया कि बड़ी संख्या में देश में लोग बिजली से वंचित हैं। सरकार को इस दिशा में काफी काम करते हुए खामियों को दूर करना होगा। गोयल ने कहा कि राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतीकरण योजना के क्रियान्वयन के लिए सभी राज्यों को धनराशि उपलब्ध कराई गई है, लेकिन कई राज्यों में इसका क्रियान्वयन पूरा नहीं हो सका है। इसके लिए सब स्टेशन स्थापित करने के लिए भूमि की उपलब्धता आदि का नहीं मिलना प्रमुख कारण है। इसमें केंद्र की भूमिका काफी सीमित है और इसे लागू करना राज्य सरकार की जिम्मेदारी है। मंत्री ने बताया कि देश में बिना बिजली वाले गांवों की संख्या 12,468 है, जिसमें 6,882 गांव बिहार में, 3,144 ओडिशा में और 1,009 गांव असम में हैं।

गोयल ने बताया कि प्रत्येक घर में बिजली पहुंचाने की प्रतिबद्धता पूरी करने के लिए राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतीकरण योजना के प्रावधानों में बदलाव होगा। उन्होंने बताया कि योजना के तहत सौ से कम आबादी वाली बस्तियां नहीं आती हैं। इससे राजस्थान समेत कई राज्यों की बहुत सी बस्तियों में बिजली नहीं पहुंचाई जा सकी है। इन बस्तियों में भी बिजली पहुंचे, इसके लिए योजना में बदलाव किया जाएगा।

उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि देश बिजली संकट का सामना कर रहा है, लेकिन यह स्थिति वर्तमान सरकार को विरासत में मिली है। लोकसभा में गुरुवार को बिजली संकट पर कोडिकुन्नील सुरेश के पूरक प्रश्न के जवाब में गोयल ने कहा, यह सही है कि राष्ट्र बिजली संकट का सामना कर रहा है, लेकिन यह स्थिति सिर्फ 67 दिनों में पैदा नहीं हुई है। गोयल ने सुरेश से कहा कि यह सवाल आपको अपनी पार्टी से पूछना चाहिए। हालांकि, सरकार स्थिति को ठीक करने की दिशा में काम कर रही है।

एक अन्य प्रश्न के जवाब में बिजली मंत्री ने कहा कि कूडानकूलम में कुछ समय पहले उत्पादन शुरू हुआ है। जहां तक राज्यों को उस संयंत्र से बिजली आवंटित करने का सवाल है तो हम इस विषय पर गाडगिल फॉर्मूले का पालन करते हैं। इसके तहत सामान्य श्रेणी के राज्यों का बिजली का आवंटन 60 प्रतिशत आबादी के आधार पर, दस प्रतिशत कर प्रयासों, दस प्रतिशत राज्य की प्रति व्यक्ति आय, दस प्रतिशत सिंचाई एवं बिजली परियोजनाओं को जारी रखने और दस प्रतिशत विशिष्ट राज्यों की समस्याओं के आधार पर आवंटित करने का प्रावधान है।

 

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