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कैसी है आपकी खानपान की आदत?

यह शरीर के लिए अच्छा है, तो वो गलत। यह खा लेती हूं, वो नहीं। इतना सोच-सोच कर खाने से अच्छा होगा कि आप कुछ ऐसी आदतें डाल लें, जिनके साथ आपको कुछ भी खाने के बाद इतना न सोचना पड़े। बता रही हैं चयनिका...

कैसी है आपकी खानपान की आदत?
लाइव हिन्दुस्तान टीमThu, 07 Aug 2014 11:02 AM
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यह शरीर के लिए अच्छा है, तो वो गलत। यह खा लेती हूं, वो नहीं। इतना सोच-सोच कर खाने से अच्छा होगा कि आप कुछ ऐसी आदतें डाल लें, जिनके साथ आपको कुछ भी खाने के बाद इतना न सोचना पड़े। बता रही हैं चयनिका निगम

खाने की बेहतरीन आदत मतलब एक लंबी और सेहतमंद जिंदगी की गारंटी। पर हम में से कितने लोग इस बेहतरीन आदत को सच में अपनी आदत बना पाते हैं? जबकि खाने से जुड़ी सही आदतों के लिए कुछ ज्यादा नियम भी नहीं याद रखने पड़ते हैं। कुछ मूल बातें याद रखकर खाने की बेहतरीन आदतों को जीवन का हिस्सा बनाया जा सकता है।

खाना न पके बहुत ज्यादा
खाना बस उतना पका हो, जितने से उसके मिनरल्स सही-सलामत रहें। कई बार खाना इतना पका लिया जाता है कि उनके अंदर के पोषक तत्व मानो मर ही जाते हैं। खाना अपनी प्राकृतिक अवस्था के जितना करीब होगा उतना ही स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है। प्रोसेस्ड और रिफाइंड फूड को इसलिए बेहतर नहीं माना जाता है, जबकि ऑर्गेनिक फूड तो हमेशा से बेहतर माने गए हैं।

बड़ी नहीं, छोटी हो प्लेट
दरअसल बात मानसिक प्रभाव की है। बड़ी प्लेट मतलब ज्यादा खाना और छोटी प्लेट मतलब कम खाना। ध्यान दीजिएगा आप भी यही करती होंगी। प्लेट बड़ी होगी तो आपकी अपनी डाइट उसमें कम दिखेगी और हो सकता है आप खाना ज्यादा परोस लें।

जल्दी में न हो खाना
हमारी लाइफस्टाइल ऐसी हो गई है कि हम अब खाना भी जल्दी में ही खाते हैं। अगर ऐसा है तो खाने के लिए समय निकालना शुरू कीजिए। खाते समय और कुछ ना करें और खाना अच्छी तरह से चबाकर खाएं।

फल और सब्जियां ज्यादा खाएं
जितने भी पोषक तत्व आपको सेहतमंद बनाए रखने के लिए जरूरी होते हैं, वो सब फल और सब्जियों में भरपूर मात्रा में होते हैं। ये सभी पोषक तत्व शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं। अपनी थाली में ज्यादा-से-ज्यादा मात्रा में सब्जियां परोसें। खाने में सलाद की मात्रा भी बढम लें। दाल भी ज्यादा खाएं, पर रोटी की मात्रा कम कर दें।

पेट भरने से पहले बंद करें खाना
जब कोई खाना परोस कर यह कहे कि पेट भरकर खाना खाओ, तो उसकी इस बात को गंभीरता से न लें। पूरा पेट भरने तक खाना खाने का मतलब है कि हो सकता है कि आप ज्यादा खाना खा लें और जरूरत से ज्यादा कैलोरी आपके शरीर में चली जाए। विशेषज्ञ मानते हैं कि हम सभी को 80 प्रतिशत पेट भरने तक ही खाना खाना चाहिए। शुरुआत में कम खाकर थाली छोड़ देना आसान नहीं होगा, पर धीरे-धीरे आप ऐसा करने की आदत डाल लेंगी।

जानिए फैट भी है जरूरी
फैट पूरी तरह से सेहत का दुश्मन नहीं है। स्वस्थ शरीर के लिए कुछ फैट जरूरी भी होते हैं। इसलिए याद रखिए थोड़ा-बहुत फैट आपके खाने का हिस्सा जरूर होना चाहिए। पर हां, आपको पता होना चाहिए कि कौन-सा फैट आपके लिए अच्छा है और कौन-सा नुकसानदेह। बेहतर होगा कि वसा के स्रेतों को जान लें और फिर अपनी डाइट चुनें।

कैलोरी गिनना बंद कीजिए
फिट रहना जरूरी है, पर अपने हर कौर के साथ कैलोरी गिनना समझदारी नहीं है। सब कुछ खाइए। पर हां, कैलोरी कम करनी है तो ज्यादा नमक, तेल और तले खाने को अपनी थाली से बाहर कर दीजिए। फिर चिंतामुक्त होकर खाना खाइए और उसके स्वाद का आनंद लीजिए। कैलोरी गिनकर खाना खाने से कई सारे जरूरी पोषक तत्व ही शरीर तक नहीं पहुंच पाते हैं।

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