वाहन चालकों की कट रही चांदी
नेपाल प्रभाग में भूस्खलन के कारण कोसी की सहायक नदी के मुहाने पर सात सौ मीटर का चट्टान आ जाने के कारण नदी का बहाव रुक गया है। इसके चलते वहां लगभग 28 लाख क्यूसेक पानी जमा हो गया है। इस पानी के बहाव के...
नेपाल प्रभाग में भूस्खलन के कारण कोसी की सहायक नदी के मुहाने पर सात सौ मीटर का चट्टान आ जाने के कारण नदी का बहाव रुक गया है। इसके चलते वहां लगभग 28 लाख क्यूसेक पानी जमा हो गया है। इस पानी के बहाव के लिए तीन छोटे ब्लास्ट किए गए हैं जिनसे पानी का बहाव धीरे-धीरे कोसी नदी में हो रहा है।
लोग 2008 के कुसहा त्रासदी से कई गुना अधिक तबाही की आशंका के कारण घर द्वार छोडम्कर सुरक्षित स्थान के लिए पलायन करने लगे हैं। वहीं शहर गांव कस्बे की अधिक दुकानें बंद हो चुकी हैं। जबकि भाड़ा पर चलने वाले वाहनों की चांदी कट रही है। अधिक किराया देने के बावजूद वाहन नहीं मिल रहे हैं। जिसके कारण लोग बाहर से गाड़ी मंगाकर अन्यत्र कूच कर रहे हैं।
गरीब लोग अपनी रोजी रोटी का ख्याल छोड़कर अपने सिर पर समान रखकर गाय, भैंस, बकरा, बकरी को लेकर जाने को विवश हैं। लोगों का कहना है कि कुसहा त्रासदी के समय उन्होंने अपना घर नहीं छोड़ा था जिसका खामियाजा भुगतना पड़ा था। इस लिए इस बार संभावित खतरे के मद्देनजर पुरानी भूल को दोहराना नहीं चाहते हैं।